नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश का शो विंडो है गौतमबुद्ध नगर और और यह सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला जिला भी है। स्वच्छता सर्वेक्षण में भी पिछले 3 सालों में नोएडा ने काफी पायदान पर छलांग लगाई है और अपनी कैटेगिरी में नोएडा नंबर 1 बन चुका है। अब न्यू नोएडा की बारी है। आईएएनएस के विशेष संवाददाता से नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु महेश्वरी ने बताया कि न्यू नोएडा से बदल जाएगी नोएडा और आसपास के इलाकों की रंगत, हजारों औद्योगिक इकाइयों से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने आईएएनएस से खास बातचीत में कई मुद्दों पर रखी अपनी बात।
सवाल : कैसी होगी न्यू नोएडा की रूपरेखा, भविष्य को देखते हुए क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
जवाब : न्यू नोएडा को विकसित कराने की करवाई की जा रही है, इसमें ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के 80 गांव को शामिल किया गया है। मास्टर प्लान लगभग तैयार है, कुछ सुझाव आए थे, उनको लेकर संशोधन किया जा रहा है। अगली बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान रखा जाएगा। न्यू नोएडा पूरे एनसीआर में इन्वेस्टमेंट, इंडस्ट्रीज, वेयरहाउसेस को प्रमोट करने के लिए होगा। ग्रेटर नोएडा इलाके में पहले से मल्टी मॉडल हब और इंडस्ट्रीज तैयार हो रही हैं, इसलिए न्यू नोएडा उसको सपोर्ट करने का एक बड़ा केंद्र होगा।
इसके साथ-साथ बेहतर कनेक्टिविटी में भी न्यू नोएडा अव्वल रहेगा, क्योंकि ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के साथ-साथ जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी इसके डेवलपमेंट में चार चांद लगा देंगे। नोएडा को और भी ज्यादा आगे बढ़ाने और उसके उत्थान में न्यू नोएडा काफी कारगर साबित होगा। जो कुछ भी नोएडा को बनाते वक्त अधूरा रह गया था, उसे न्यू नोएडा में पूरा किया जाएगा। इसमें 41 प्रतिशत लैंड को इंडस्ट्रियल यूज के लिए रखा गया है।
सवाल : नोएडा में कौन-कौन सी बड़ी कंपनियां निवेश कर रही हैं?
जवाब : इस समय बड़ी-बड़ी कंपनियां, चाहे वह आइकिया हो, अदाणी ग्रुप हो, माइक्रोसॉफ्ट (NASDAQ:MSFT) हो, सभी नोएडा में निवेश कर रहे हैं। इन्होंने नोएडा में लैंड पर्सल्स लिए हैं। डाटा सेंटर में लोगों का बहुत इंट्रेस्ट है। गूगल भी अदाणी के साथ डाटा सेंटर सेटअप कर रहा है। अभी हाल में ही नोएडा अथॉरिटी ने 70 प्लॉट की एक स्कीम निकाली थी, जिसमें 900 एप्लीकेशंस रिसीव हुए हैं। इसमें कुछ बड़े प्लॉट्स हैं, जिनकी स्क्रूटनी की जा रही है, जिसके बाद कुछ बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों को प्लॉट दिए जाएंगे।
सवाल : ग्रेप लागू हो चुका है, अथॉरिटी की तरफ से क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
जवाब : ग्रेप लागू होने के बाद मैकेनिकल स्विपिंग कराई जा रही है, अब ज्यादा से ज्यादा वाटर स्प्रिंकलर्स चलाए जाएंगे, खुले में कूड़ा और मलबा रखने वालों पर कड़ी करवाई होगी और जुर्माना लगाया जाएगा। डस्ट सड़कों पर न रहे तो इसके लिए अब स्मॉग गन लगाई जाएंगी।
सवाल : स्वच्छता सर्वेक्षण में नोएडा में पिछले कुछ सालों में काफी सुधार आया है, शहर को सजाने और साफ रखने के लिए क्या कैसी आ जा रहा है?
जवाब : शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से ही काफी अच्छा था, 350 से अपनी कैटीगिरी में अब नोएडा नंबर 1 पर है और ओवरऑल भारत में नोएडा को पोजीशन 11 नंबर पर पहुंच गई है। शहर ओडीएफ प्लस प्लस हो चुका है, गारबेज फ्री सिटी बन चुका है नोएडा। आगे आने वाले समय में हमें सीवरेज सिस्टम वॉटर ड्रेन सिस्टम पर काम करना है और इसको अगर पूरी तरीके से ठीक कर लिया गया तो नोएडा कि रैंकिंग और भी सुधर जाएगी।
सवाल : बड़े-बड़े पार्किं ग स्टेशन बनाए गए हैं, लेकिन अभी भी जाम और हर जगह पार्किं ग दिखाई देती है उसके लिए आप क्या कर रहे हैं?
जवाब : जो भी मल्टी लेवल पार्किं ग बनी है, उनमें इंफोर्समेंट की आवश्यकता है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को कहा गया है कि अपनी पार्किं ग में एनफोर्समेंट बढ़ाएं। ई-रिक्शा की ज्यादा से ज्यादा व्यवस्था कराएं, ताकि लोगो को पार्किं ग से अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कत न हो। सरफेस पार्किं ग को स्टीम लाइन करने की जरूरत है और उनको भी ऑटोमेटेड मोड पर लाने की कोशिश की जा रही है। अब जब पार्किं ग के नेक्स्ट अंडर होंगे तब इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि लोग पहले से अपने स्लॉट बुक कर पाए और मल्टी लेवल पार्किं ग में भी लोगों को पहले से ही एप के माध्यम से पार्किं ग की सुविधा दी जा रही है।
सवाल : वेस्ट और स्क्रैप मैटीरियल से थीम पार्क बनाने की क्या योजना है?
जवाब : हम लोगों ने पायलट बेस पर स्क्रैप मटेरियल से बने तीन कलाकृतियां बनवाई थीं। उसी को आगे बढ़ाते हुए हमने टेंडर निकाला है और वेस्ट और उसके मटेरियल से थीम पार्क बनाया जा रहा है, जिसमें अलग-अलग कलाकृतियां लगाई जाएंगी।
--आईएएनएस
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