गुवाहाटी, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को अपने असम दौरे के दूसरे दिन कई योजनाओं का उद्घाटन किया और अलग-अलग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इनमें मोइनारबोंड, सिलचर में इंडियन ऑयल (NS:IOC) कॉर्पोरेशन लिमिटेड के रेलहेड डिपो का उद्घाटन और दो राजमार्ग परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति ने, असम के चाय बागान क्षेत्रों में 100 मॉडल माध्यमिक विद्यालयों, 3000 मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों, दो राजमार्ग परियोजनाओं और गुवाहाटी में आधुनिक कार्गो-सह-कोचिंग टर्मिनल की आधारशिला रखी। राष्ट्रपति मुर्मू ने गुवाहाटी से लुमडिंग के लिए एक ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई जो नागालैंड और मेघालय को जोड़ेगी।
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि असम का विकास पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास का इंजन हो सकता है। उन्होंने शुक्रवार को शुरू की गई स्वास्थ्य, शिक्षा, रेलवे, सड़क निर्माण, पेट्रोलियम और महिला सशक्तिकरण से संबंधित परियोजनाओं की सफलता की कामना की। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से व्यापार और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, परिवहन सुविधाओं में वृद्धि होगी और असम समेत पूर्वोत्तर में अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्च र किसी भी राज्य के विकास का आधार होता है, पूर्वोत्तर को जोड़ना भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का केंद्र बिंदु है। पूर्वोत्तर प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। उन्होंने कहा कि असम भारत के कुल कच्चे तेल के उत्पादन में 13 प्रतिशत का योगदान देता है। साथ ही, भारत के कुल प्राकृतिक गैस उत्पादन का 15 प्रतिशत पूर्वोत्तर से आता है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शुक्रवार को उद्घाटन किए गए सिलचर में अत्याधुनिक डिपो असम के बराक घाटी क्षेत्र के साथ-साथ त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम राज्यों की पेट्रोलियम उत्पादों की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार सभी पूर्वोत्तर राज्यों में सड़क और रेल संपर्क पर विशेष ध्यान दे रही है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सड़क और रेलवे से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं, जिनका शिलान्यास और उद्घाटन किया गया, क्षेत्र में व्यापार और परिवहन को बढ़ाने के अलावा पर्यटन के अवसरों में वृद्धि करेंगे। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और सर्वांगीण विकास एक सभ्य समाज की निशानी है।
असम में महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न सेवाओं को और मजबूत करने के लिए शुक्रवार को शुरू किए गए 3,000 मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र एक सराहनीय पहल है। इससे पहले शुक्रवार की सुबह मुर्मू ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में दर्शन किए और पूजा-अर्चना की।
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