नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्लॉट आवंटन दिशानिर्देश 2013 को संशोधित करने का प्रस्ताव दिया है, जो स्लॉट के उपयोग की समीक्षा अवधि को बदल देगा।प्रस्तावित दिशा-निर्देशों के तहत, दो सत्रों या एक वर्ष के बाद इसकी समीक्षा करने की मौजूदा प्रथा के विपरीत स्लॉट के उपयोग की हर मौसम में समीक्षा की जानी है।
दिशानिर्देश में कहा गया- ऐतिहासिक वरीयता केवल स्लॉट की एक श्रृंखला के लिए दी जाती है यदि एयरलाइन समन्वयकों की संतुष्टि के लिए प्रदर्शित कर सकती है, श्रृंखला को पिछले सीजन में आवंटित अवधि के दौरान कम से कम 80 प्रतिशत समय संचालित किया गया था। नए दिशा-निर्देशों के तहत मंत्रालय ने समतुल्य सीजन को पिछले सीजन से बदलने का प्रस्ताव दिया है।
उड्डयन मंत्रालय ने कहा, नागरिक उड्डयन मंत्रालय 28 नवंबर तक उपरोक्त प्रस्ताव पर आम जनता/हितधारकों की राय चाहता है। स्लॉट योजना प्रक्रिया विभिन्न हवाईअड्डों के संचालन की योजना बनाने में महत्वपूर्ण महत्व रखती है।
स्लॉट एक विशिष्ट तिथि और समय पर स्तर 3 हवाई अड्डे पर आने या प्रस्थान करने के लिए आवश्यक हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे की पूरी श्रृंखला का उपयोग करने के लिए एक नियोजित संचालन के लिए एक समन्वयक द्वारा दी गई अनुमति है। स्तर 3 हवाईअड्डे वह हैं जहां पर्याप्त बुनियादी ढांचे की कमी के कारण क्षमता बाधित है।
देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर हवाई यातायात में वृद्धि के साथ इन हवाई अड्डों की क्षमता सीमित हो गई है। इसलिए, हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के सबसे कुशल उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए और हवाई अड्डे के उपयोगकतार्ओं की सबसे बड़ी संख्या को अधिकतम लाभ देने के लिए, एक पारदर्शी और न्यायसंगत तंत्र के माध्यम से एयरलाइंस और अन्य विमान ऑपरेटरों को प्रतिबंधित या सीमित हवाईअड्डा क्षमता के आवंटन के लिए एक नीति होना आवश्यक है ताकि हवाई अड्डे और हवाई परिवहन संचालन को सुनिश्चित किया जा सके।
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