नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)। विदेशी ब्रोकरेज, जेपी मॉर्गन ने कहा है कि आरआईएल का हालिया अंडरपरफॉर्मेस बनाम निफ्टी अधिक मैक्रो संचालित है और संभवत: भारत से चीन के लिए समग्र एफआईआई कदम से प्रेरित है, क्योंकि आरआईएल संभवत: सबसे बड़े एफआईआई पोजीशनों में से एक है।आरआईएल अपने हालिया ट्रेडिंग रेंज के निचले सिरे पर कारोबार कर रहा है। जेपी मॉर्गन ने कहा, कुल मिलाकर, हम अभी भी आरआईएल के लिए कमाई का स्वस्थ माहौल देखते हैं, जिसमें ओ2सी और ईएंडपी व्यवसायों को चीन के फिर से खुलने से और लाभ होगा, और यह हमारे ओडब्लू थीसिस का समर्थन करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, हमें इस साल उपभोक्ता व्यवसाय की लिस्टिंग या न्यू एनर्जी बिजनेस में कोई हिस्सेदारी बिक्री नहीं दिख रही है। जेएफएस पर प्रगति और पेट्रोकेम स्प्रेड में सुधार निकट अवधि के उत्प्रेरक होने चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ओ2सी आय में वृद्धि के लिए प्रमुख चालक था और ओ2सी (रिफाइनिंग, पेट्रोकेम) और ईएंडपी को चालू वित्तवर्ष 23 में प्रमुख कमाई चालक बने रहना चाहिए, क्योंकि उपभोक्ता व्यवसाय की वृद्धि धीमी हो गई है। जबकि जियो नरम था, पूर्व-जियो डिजिटल सेवाएं मजबूत थीं।
जेपी मॉर्गन ने कहा, हम आरआईएल पर ओडब्लू बने हुए हैं और मानते हैं कि हालिया अंडरपरफॉर्मेस ज्यादातर फ्लो से प्रेरित है (भारत में एफआईआई की बिकवाली जारी है) भले ही कमाई का माहौल मजबूत बना हुआ है।
आरआईएल ने समेकित ईबीआईटीडीए को 352.5 अरब रुपये पर रिपोर्ट किया और यह एक बीट बनाम आम सहमति अनुमान था। जबकि तिमाही दर तिमाही ब्याज लागत में तेजी से वृद्धि हुई और अन्य आय में गिरावट आई, मामूली रूप से कम कर दर ने कुछ प्रभाव को ऑफसेट किया। 375 अरब रुपये पर कैपेक्स तिमाही में 16 प्रतिशत बढ़ा था और शुद्ध ऋण तिमाही में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई और नौ तिमाही के उच्च स्तर पर रहा। सेगमेंट-वार कैपेक्स पर आरआईएल के प्रकटीकरण की कमी और कैपेक्स पर किसी भी मार्गदर्शन को देखते हुए कैपेक्स (शुद्ध ऋण) का पूर्वानुमान लगाना एक कठिन अभ्यास है। जेपी मॉर्गन ने कहा, हालांकि, हम मौजूदा रन-रेट को बरकरार रहते नहीं देख रहे हैं।
--आईएएनएस
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