हैदराबाद, 1 फरवरी (आईएएनएस)। फेडरेशन ऑफ तेलंगाना चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफटीसीसीआई) ने केंद्रीय बजट 2023-24 को विकासोन्मुख बजट बताया है और इसे बहुत अच्छा करार दिया। उद्योग और व्यापार निकाय ने बुनियादी ढांचे पर पूंजीगत व्यय में वृद्धि और आयकर छूट के साथ लोगों के हाथों में अधिक पैसा उपलब्ध कराने का स्वागत किया।एफटीसीसीआई उद्योग विकास समिति के अध्यक्ष श्रीनिवास गैरिमेला ने कहा कि 5-6 वर्षों में यह सबसे अच्छा बजट है। उन्होंने इसे 10 में से 7 की रेटिंग दी। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम जनता के लिए कुछ अच्छी योजनाओं के साथ राजकोषीय विवेक को संतुलित किया।
उन्होंने कहा कि बजट विकासोन्मुख है, क्योंकि सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्च र पर खर्च का प्रस्ताव रखा है, जिसकी उद्योग जगत को उम्मीद थी। उन्होंने बताया कि पूंजी परिव्यय व्यय सकल घरेलू उत्पाद के 1.6 प्रतिशत से दोगुना होकर 3.3 प्रतिशत हो गया है।
एसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी योजना का विस्तार किया गया है। दिया गया संपाश्र्विक मुक्त ऋण 1 करोड़ रुपये है। हमने मांग की थी कि इसे बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये कर दिया जाए। विवरण की घोषणा की जानी बाकी है।
एफटीसीसीआई के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि वित्त मंत्री का जोर समावेशी विकास, अंतिम पड़ाव तक पहुंचने, बुनियादी ढांचे और रेलवे पर पूंजीगत व्यय, टियर-2 और टियर-3 शहरों के विकास, हरित विकास और कौशल सहित सात स्तंभों पर है।
चूंकि चुनाव वर्ष से पहले यह आखिरी पूर्ण बजट था, इसलिए वित्त मंत्री ने तुरुप का पत्ता बहुत अच्छी तरह से पेश किया है। उन्होंने राजकोषीय घाटे को पिछले साल के 6.4 प्रतिशत से घटाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया।
हालांकि, उद्योग निकाय का मानना है कि यह इतना बड़ा कदम नहीं है, क्योंकि उन्होंने विनिवेश योजना या परिसंपत्ति मुद्रीकरण के लक्ष्य के बारे में नहीं सुना है। इसे 5.9 फीसदी राजकोषीय के साथ संतुलित करना एक मुश्किल काम होगा।
चार्टर्ड एकाउंटेंट और एफटीसीसीआई की प्रबंध समिति के सदस्यकी प्रबंध समिति के सदस्य की प्रबंध समिति के सदस्यवी.एस. सुधीर ने कहा, बड़े इंफ्रास्ट्रक्च र का हम सभी इंतजार कर रहे हैं, यह एक बहुत ही संतुलित कदम है। रेलवे, हाईवे और सभी के पास इस साल पर्याप्त आवंटन है। मुझे उम्मीद है कि सरकार उन्हें तेजी से ट्रैक पर ले जाएगी और पैसा खर्च करेगी। ।
उन्हें लगता है कि केंद्र सरकार द्वारा कैपेक्स और राज्य सरकारों द्वारा खर्च करने के लिए की गई सख्ती का अगले 5-6 वर्षों के लिए गुणक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि घरेलू उद्योग के विकास के लिए कई बदलाव प्रस्तावित किए गए हैं जिनमें बुनियादी सीमा शुल्क कुछ मामलों में घटाया गया है और कुछ मामलों में विशेष रूप से हरित पहलों के लिए छूट दी गई है।
कर उछाल अप्रत्यक्ष कर के संदर्भ में थोड़ा सा आया है, लेकिन करों का युक्तिकरण नहीं हुआ है जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे। हमें बजट के बाद इंतजार करना होगा।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को वित्त मंत्री ने बहुत ध्यान से देखा है और अनुपालन बोझ को काफी हद तक कम किया है।
--आईएएनएस
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