नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)। भारत में क्लाउड आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्चर या सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे एडवांस डिजिटल स्किल का उपयोग करने वाले कर्मचारी देश के वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अनुमानित 507.9 बिलियन डॉलर (10.9 ट्रिलियन रुपये) का योगदान दे रहे हैं।गैलप द्वारा आयोजित अमेजॉन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 80 प्रतिशत संगठन जो एडवांस डिजिटल स्किल वाले कर्मचारियों को नियुक्त करते हैं, वह उच्च वार्षिक राजस्व वृद्धि की रिपोर्ट करते हैं, लेकिन 88 प्रतिशत संगठन भर्ती के मुद्दों का सामना कर रहे हैं।
निष्कर्षों से पता चला है कि भारत में एडवांस डिजिटल कर्मचारियों को उनकी आय में वृद्धि से अधिक लाभ हो रहा है।
लगभग 91 प्रतिशत कर्मचारी जो एडवांस डिजिटल स्किल का उपयोग करते हैं, मध्यवर्ती स्किल वाले 74 प्रतिशत कर्मचारियों और बेसिक डिजिटल स्किल वाले 70 प्रतिशत कर्मचारियों की तुलना में उच्च नौकरी की संतुष्टि व्यक्त करते हैं।
एडब्ल्यूएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रमुख अमित मेहता ने कहा, भारत के पास देश के चल रहे डिजिटल परिवर्तन का समर्थन करने के लिए क्लाउड टैलेंट की एक मजबूत पाइपलाइन बनाने से अत्यधिक आर्थिक लाभ प्राप्त करने का अवसर है। एडब्ल्यूएस ने 2017 से भारत में बुनियादी, मध्यवर्ती और एडवांस क्लाउड स्किल के साथ चार मिलियन से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है, और हमारा काम यहीं नहीं रुकता है।
रिपोर्ट में पाया गया कि 21 प्रतिशत भारतीय संगठन जो अपना अधिकांश बिजनेस क्लाउड पर चलाते हैं, वार्षिक राजस्व के दोगुने या उससे अधिक की रिपोर्ट करते हैं, जबकि 9 प्रतिशत उन संगठनों की तुलना में जो अपने कुछ या किसी भी व्यवसाय के लिए क्लाउड का उपयोग नहीं करते हैं।
क्लाउड-आधारित संगठनों में भी पिछले दो वर्षों के भीतर एक नया या बेहतर उत्पाद पेश करने की संभावना 15 प्रतिशत अधिक है।
कई संगठन अब एक डिजिटल भविष्य की चुनौतियों की तैयारी कर रहे हैं, गैलप अध्ययन ने एआई, एज और क्वांटम कंप्यूटिंग, ब्लॉकचैन और क्रिप्टोक रेंसी सहित 10 उभरती प्रौद्योगिकियों को देखा।
भारत में लगभग 92 प्रतिशत नियोक्ताओं ने कहा कि इनमें से कम से कम एक तकनीक उनके भविष्य के व्यवसाय संचालन का एक मानक हिस्सा बनने की संभावना है, जिसमें 5जी रैंकिंग सबसे अधिक 78 प्रतिशत है।
गैलप के प्रधान अर्थशास्त्री डॉ. जोनाथन रोथवेल ने कहा, इस रिसर्च से पता चलता है कि डिजिटल कौशल भारत को व्यक्तिगत, संगठनात्मक और व्यापक आर्थिक स्तर पर अत्यधिक आर्थिक मूल्य प्रदान करते हैं।
हालांकि, तकनीकी प्रतिभा की कमी एक वैश्विक घटना है।
नैसकॉम के सेक्टर स्किल्स काउंसिल के सीईओ कीर्ति सेठ ने कहा, हालांकि यह अच्छा है कि भारत में शीर्ष तकनीकी स्थानों के बीच सबसे कम तकनीकी प्रतिभा की मांग-आपूर्ति का अंतर है, व्यक्तियों और संगठनों के लिए यह अनिवार्य है कि वे डिजिटल स्किल काउंसिल में निवेश करना जारी रखें।
--आईएएनएस
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