नई दिल्ली, 1 मार्च (आईएएनएस)। विशेष रूप से तकनीकी क्षेत्र में चल रही वैश्विक छंटनी के बीच, भारत में काम पर रखने में फरवरी में 9 प्रतिशत क्रमिक वृद्धि देखी गई और वैश्विक मंदी के अनुरूप पिछले कुछ महीनों में गिरावट के बाद आईटी क्षेत्र ने सकारात्मक वापसी का संकेत दिया। एक रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई।नौकरी जॉबस्पीक के आंकड़ों के मुताबिक, आईटी क्षेत्र में नई नौकरियों की संख्या फरवरी में पिछले महीने की तुलना में 10 फीसदी बढ़ी है।
एनालिटिक्स मैनेजर, बिग डेटा इंजीनियर, क्लाउड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर और ऑगमेंटिड रियिलिटी क्यूए परीक्षक जैसी विशेषज्ञ भूमिकाओं की मांग में क्रमश: 29 प्रतिशत, 25 प्रतिशत, 21 प्रतिशत और 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
डेवऑप्स और डेवसेक इंजीनियरों की मांग में क्रमश: 19 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इसने डेटा वैज्ञानिकों और सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की मांग को पीछे छोड़ दिया, जिसमें क्रमश: 17 प्रतिशत और 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जनवरी के मुकाबले फरवरी में रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी और हेल्थकेयर सेक्टर में नई नौकरियों की संख्या में क्रमश: 13 फीसदी, 10 फीसदी और 10 फीसदी की दो अंकों की क्रमिक वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट में दिखाया गया है कि बैंकिंग, बीपीओ और रिटेल जैसे क्षेत्रों में नई नौकरियों की संख्या में पिछले महीने की तुलना में क्रमश: 9 प्रतिशत, 7 प्रतिशत और 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नौकरी.कॉम के मुख्य व्यवसाय अधिकारी पवन गोयल ने कहा, आईटी क्षेत्र (जो पिछले तीन महीनों में नकारात्मक प्रवृत्तियों का सामना कर रहा था) ने 10 प्रतिशत की क्रमिक वृद्धि दिखाई। यह वृद्धि आईटी क्षेत्र में नियुक्ति के प्रति रुझान में बदलाव का संकेत है।
शीर्ष महानगरों में, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे में भर्ती गतिविधि में दो अंकों की वृद्धि देखी गई।
उभरते शहरों में, कोयम्बटूर और चंडीगढ़ में नई नौकरियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।
--आईएएनएस
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