नई दिल्ली, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली में 140 बसों की पार्किं ग के साथ नया बस डिपो बनाया जा रहा है। 160 करो रुपये की लागत वाला यह बस डिपो दिल्ली के किराड़ी इलाके में बनाया जा रहा है और यह 5.4 एकड़ में फैला होगा। यह आधुनिक बस डिपो ईवी चार्जिग सुविधाओं सहित सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।दिल्ली सरकार किराड़ी में नया बस डिपो बनाने के लिए 160 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इस राशि में भूमि अधिग्रहण के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को भुगतान किए गए लगभग 40 करोड़ रुपये, डिपो के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को भुगतान किए जाने वाले 40 करोड़ रुपये और डिपो विद्युतीकरण के लिए लगभग 80 करोड़ रुपये शामिल हैं।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को 140 बसों की पार्किं ग के लिए बन रहे किराड़ी बस डिपो का शिलान्यास किया। किराड़ी बस डिपो, दिल्ली सरकार की लगातार बढ़ती बसों की संख्या को पार्क करने के लिए पूरे शहर में 9 नए बस डिपो बनाने की योजना का हिस्सा है।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि वर्ष 2015 में दिल्ली में 5,842 बसें थीं, जो अब 2023 में बढ़कर 7,379 हो गई हैं। उनके मुताबिक, हाल ही में दिल्ली को दुनिया में सबसे अच्छे सार्वजनिक परिवहन वाले शीर्ष 35 शहरों में स्थान दिया गया था। दिल्ली में अधिकांश भूमि डीडीए के अधीन होने के कारण डिपो के लिए भूमि एक चुनौती है। यह सरकार की प्रतिबद्धता है कि आने वाले समय में शहर में 10,000 से अधिक बसों को पार्क करने के लिए डिपो के लिए भूमि पार्सल का इंतजाम कर रही है। किराड़ी डिपो दिल्ली में बनने वाले कुल 9 आधुनिक डिपो में से एक है।
दिल्ली सरकार का कहना है कि वह दिल्ली की जनता को आधुनिक परिवहन सुविधाएं प्रदान करना चाहती है। परिवहन मंत्री ने बताया कि जनता को इस डिपो के निर्माण से होने वाले फायदे को देखते हुए हमने इस विश्वस्तरीय आधुनिक बस डिपो के निर्माण के लिए 160 करोड़ रुपये प्रदान करने में कोई संकोच नहीं किया।
सरकार जल्द ही 9 नए डिपो का निर्माण करेगी। ये डिपो पूर्वी विनोद नगर 2, नरेला, दौराला, बुराड़ी, सावदा घेवरा, कापसहेड़ा, गदईपुर और छतरपुर में स्थित होंगे। किराड़ी में बनने वाला नया डिपो दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा।
दिल्ली के सरकारी बसों के बेड़े में फिलहाल बसों की कुल संख्या 7,379 है। दिल्ली सरकार का लक्ष्य 2025 तक बसों की संख्या को 10,480 करना है। परिवहन मंत्री के मुताबिक इस बेड़े का 80 प्रतिशत यानी 8,280 बसें इलेक्ट्रिक होंगी। सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन से सालाना 4.6 लाख टन कार्बन गैस कम उत्सर्जित होगी और हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
इसके अलावा, दिल्ली में लास्ट-माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार इस महीने शहर की सड़कों पर 100 नई मोहल्ला बसें शुरू करेगी। यह दिल्ली के इतिहास में पहली बार है कि छोटे आकार की इलेक्ट्रिक मोहल्ला बसें दिल्ली की सड़कों पर चलेंगी। दिल्ली सरकार की 2025 तक कुल 2,180 ऐसी बसें चलाने की योजना है। इन बसों को विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए डिजाइन किया गया है, जहां सड़क की चौड़ाई कम है या ऐसे क्षेत्र जहां 12-मीटर की बसें नहीं चलाई जा सकती हैं।
--आईएएनएस
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