नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। वैश्विक बाजारों में तेजी और मानसून की प्रगति के दम पर भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को को नई ऊंचाई पर पहुंच गए। बीएसई का सेंसेक्स शुक्रवार को 800 अंक से अधिक बढ़ गया।सकारात्मक वैश्विक आंकड़ों, मजबूत एफआईआई खरीदारी और मानसून में प्रगति के समर्थन से घरेलू शेयर बाजारों ने शुक्रवार को नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में कामयाब रहा। गुरुवार को बकरीद के मौके पर बाजार बंद रहा था।
निफ्टी ने बढ़त के साथ खुला और पूरे दिन मजबूत होता हुआ अंत में 213 अंक (+1.1 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 19,186 के स्तर पर बंद हुआ जो दिन के उच्चतम स्तर के करीब है। बाजार में व्यापक तौर पर तेजी का दौर रहा। निफ्टी मिडकैप 100 भी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, धातु को छोड़कर सभी क्षेत्र हरे निशान में बंद हुए।
बीएसई सेंसेक्स रिकॉर्ड 64,718 अंक पर बंद हुआ। ऑटो और आईटी क्षेत्र के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी रही। मजबूत वैश्विक संकेतों के कारण सेंसेक्स नई ऊंचाई को छूता हुआ 64,000 अंक के पार पहुंच गया।
सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा (NS:MAHM) 4.1 फीसदी की बढ़त के साथ शीर्ष पर रहा। इंफोसिस (NS:INFY) ने 3.2 फीसदी की छलांग लगाई जबकि इंडसइंड बैंक (NS:INBK) 3 फीसदी चढ़ा। सन फार्मा (NS:SUN) में 2.8 फीसदी, टीसीएस में 2.6 फीसदी, मारुति सुजुकी (NS:MRTI) में 2.5 फीसदी और एलएंडटी में 2.2 फीसदी की तेजी रही।
एफआईआई ने इस महीने बाजार में 20,900 करोड़ रुपये शुद्ध निवेश किया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति के कारण निवेश भावना मजबूत रहने से जून के महीने में 3.5 प्रतिशत (निफ्टी) की बढ़त के साथ भारतीय सूचकांक रिकॉर्ड तोड़ने की स्थिति में हैं।
खेमका ने कहा, "हमें उम्मीद है कि निकट भविष्य में भारतीय इक्विटी में तेजी जारी रहेगी।"
अगले सप्ताह बाजार पर स्थानीय और वैश्विक स्तर पर जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों का प्रभाव दिखेगा। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की पिछली बैठक का विवरण जारी होना है जिसमें निवेशक भविष्य की दिशा के बारे में संकेत खोजने के प्रयास करेंगे। ऑटो सेक्टर के सुर्खियों में रहने की उम्मीद है, क्योंकि कंपनियां मासिक बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक समर्थन की कमी ने एक लचीली घरेलू व्यापक आर्थिक पृष्ठभूमि की उपस्थिति के बावजूद, भारतीय सूचकांकों को पहले की रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंचने से रोक दिया था।
वैश्विक बाजार में उछाल और दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति में मदद करने वाले सकारात्मक कारकों के साथ घरेलू बाजार नई ताकत के साथ नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद में अनुकूल संशोधन, बेरोजगार दावों में गिरावट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व तनाव परीक्षण के सकारात्मक परिणाम से वैश्विक निवेशकों की भावनाएं बढ़ी हैं।
--आईएएनएस
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