मुंबई, 21 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी फेड चेयर के सख्त रुख और लंबे समय तक उच्च ब्याज दर के चलते घरेलू बाजार में गुरुवार को गिरावट आई, जो धीमी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक नहीं है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने ये बात कही है।निफ्टी 159.05 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 19,742.35 पर बंद हुआ, वहीं सेंसेक्स 570.60 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 66,230.24 पर बंद हुआ।
बढ़े हुए मूल्यांकन और बॉन्ड यील्ड में नरमी पर चिंता के कारण पीएसयू बैंक और मिड और स्मॉल-कैप सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। नायर ने कहा कि तेल की बढ़ती कीमतों और अनियमित बारिश के कारण निवेशक बाजार में सतर्क बने हुए हैं।
बोनांजा पोर्टफोलियो के रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी ने कहा कि ज्यादातर सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में थे, जबकि निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी बैंक क्रमश: 2.28 फीसदी और 1.68 फीसदी की गिरावट के साथ रहे।
बाजार में निराशा का एक कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपनी बेंचमार्क ब्याज दर को मौजूदा स्तर पर बनाए रखने का निर्णय था। फेड ने संकेत दिया कि 2023 के अंत से पहले ब्याज दर में एक और वृद्धि होने की संभावना है, इसके बाद 2024 में दरों में कम कटौती होगी।
विदवानी ने कहा, अदानी (NS:APSE) पोर्ट्स, टेक महिंद्रा (NS:TEML), डॉ रेड्डीज, एशियन पेंट्स (NS:ASPN) और भारती एयरटेल शीर्ष लाभ पाने वालों में से थे, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा (NS:MAHM), आईसीआईसीआई बैंक (NS:ICBK), सिप्ला, भारतीय स्टेट बैंक और इंडसइंड बैंक (NS:INBK) शीर्ष घाटे में थे।
--आईएएनएस
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