नई दिल्ली - भारत की वित्तीय सेवाओं की दिग्गज कंपनी पेटीएम की मूल कंपनी One 97 Communications, असुरक्षित ऋणों पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नए नियमों के जवाब में अपनी व्यावसायिक रणनीति को फिर से संगठित कर रही है। कंपनी ने स्मॉल-टिकट लोन ऑफर, जैसे कि 'अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें' योजनाओं से दूर जाने की घोषणा की है।
इन विनियामक परिवर्तनों के प्रकाश में, पेटीएम अपने प्लेटफॉर्म पेटीएम मनी के माध्यम से धन प्रबंधन में वृद्धि की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है और बीमा वितरण बाजार में प्रवेश कर रहा है। फर्म अपने भुगतान प्रभाग के लिए भर्ती बढ़ाने के लिए भी तैयार है, जो उन क्षेत्रों के लिए एक रणनीतिक धुरी का संकेत देता है जिन्हें वह भविष्य के विकास के प्रमुख चालकों के रूप में देखता है।
गिरावट के बावजूद, पेटीएम ने पिछली तिमाही के अंत में 8,754 करोड़ रुपये के पर्याप्त नकदी भंडार की रिपोर्ट करके अपनी वित्तीय स्थिरता पर जोर दिया है। कंपनी AI ऑटोमेशन को लागू करके परिचालन दक्षता में सुधार करने की भी कोशिश कर रही है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों की लागत को 15% तक कम करना है।
पेटीएम का पुनर्मूल्यांकन एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आता है क्योंकि यह उन विशिष्ट ऋण सेवाओं से बाहर निकलता है जो असुरक्षित ऋण देने पर RBI के कड़े रुख से प्रभावित हुई हैं। यह कदम फिनटेक इनोवेशन के होनहार क्षेत्रों में निवेश जारी रखते हुए विकसित हो रहे विनियामक परिदृश्य और बाजार स्थितियों के अनुकूल होने के प्रयास का प्रतिनिधित्व करता है।
यह लेख AI के समर्थन से तैयार और अनुवादित किया गया था और एक संपादक द्वारा इसकी समीक्षा की गई थी। अधिक जानकारी के लिए हमारे नियम एवं शर्तें देखें।