मुंबई - देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनियों में से एक, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को वित्तीय जांच में वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उसे दो अलग-अलग राज्य प्राधिकरणों से कर नोटिस मिले हैं। महाराष्ट्र राज्य जीएसटी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए इनपुट टैक्स क्रेडिट में नॉन-रिवर्सल और विसंगतियों के लिए 806 करोड़ रुपये से अधिक की मांग करते हुए LIC को नोटिस जारी किया है। एक अलग लेकिन जटिल मामले में, तेलंगाना कराधान कार्यालय ने बीमाकर्ता को अवैतनिक बकाया राशि और कुल 183 करोड़ रुपये के जुर्माने के लिए नोटिस भी जारी किया है।
इन विनियामक चुनौतियों का कंपनी के शेयर प्रदर्शन पर तत्काल प्रभाव पड़ा है। आज देर सुबह के कारोबार में LIC के शेयरों में करीब दो प्रतिशत की गिरावट देखी गई। महाराष्ट्र और तेलंगाना के नोटिस बीमाकर्ता के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय झटका हैं, क्योंकि दोनों राज्यों की संयुक्त मांग 989 करोड़ रुपये से अधिक है।
वित्तीय बाजार विनियामक और कर-संबंधी मुद्दों के प्रति संवेदनशील होते हैं, खासकर जब उनमें महत्वपूर्ण रकम शामिल होती है जैसे कि LIC से मांगी गई राशि। इन नोटिसों पर बीमाकर्ता की प्रतिक्रिया और कर दावों को दूर करने की उसकी रणनीति पर शेयरधारकों और बाजार विश्लेषकों द्वारा समान रूप से नजर रखी जाएगी।
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