भारत - डिजिटल भुगतान की दिग्गज कंपनी पेटीएम ने भारत के फिनटेक क्षेत्र में प्रगति जारी रखी है, जिसने 100 मिलियन से अधिक मासिक सक्रिय यूज़र को पार कर लिया है। कंपनी ने तीसरी तिमाही के लिए राजस्व में 38% की वृद्धि दर्ज की, जो कि ₹2,850.5 करोड़ थी, और पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में ₹221 करोड़ का शुद्ध घाटा कम हुआ। ये आंकड़े डिजिटल अर्थव्यवस्था में पेटीएम के बढ़ते प्रभाव और नए उपयोगकर्ता अधिग्रहणों को मुद्रीकृत करने की इसकी सफल रणनीति को रेखांकित करते हैं।
नवंबर 2021 में अपने IPO के बाद से, Paytm ने मुनाफे पर एक मजबूत फोकस बनाए रखा है। इसका एक प्रमुख कारण मर्चेंट सब्सक्रिप्शन की वृद्धि रही है, जो अब एक करोड़ से अधिक है। इसके अतिरिक्त, पेटीएम ने मर्चेंट लेंडिंग और मार्केटिंग सेवाओं के साथ-साथ रुपे क्रेडिट कार्ड पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को शामिल करने के लिए अपने विमुद्रीकरण के रास्ते का विस्तार किया है।
परिचालन क्षमता में सुधार लाने और बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के निरंतर प्रयासों से कंपनी की विकास रणनीति और मजबूत होती है। इसके एक महत्वपूर्ण हिस्से में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकी प्रगति को अपनाना शामिल है। AI को अपने परिचालन में एकीकृत करके, Paytm प्रौद्योगिकी अपडेट को सुव्यवस्थित कर रहा है और परिचालन क्षमता को बढ़ा रहा है।
यह लेख AI के समर्थन से तैयार और अनुवादित किया गया था और एक संपादक द्वारा इसकी समीक्षा की गई थी। अधिक जानकारी के लिए हमारे नियम एवं शर्तें देखें।