नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के पीयूष गोयल दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मंगलवार और बुधवार को सऊदी अरब के रियाद में फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव (एफआईआई) के 7वें संस्करण में भाग लेंगे। सोमवार को आधिकारिक बयान जारी कर यह जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान, गोयल ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अजीज बिन सलमान अल-सऊद, वाणिज्य मंत्री माजिद बिन अब्दुल्ला अल कसाबी और निवेश मंत्री खालिद ए अल फलीह सहित सऊदी अरब के गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे।
केंद्रीय मंत्री सऊदी निवेश मंत्री के साथ "जोखिम से अवसर तक: नई औद्योगिक नीति युग में उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए रणनीतियां" विषय पर एक कॉन्क्लेव सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे।
बयान में कहा गया है कि वह भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे, जो सऊदी अर्थव्यवस्था का एक प्रभावशाली हिस्सा है और दुनिया भर के व्यापारिक नेताओं और प्रमुख सीईओ से भी मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि एफआईआई इंस्टीट्यूट एक वैश्विक गैर-लाभकारी फाउंडेशन है, जिसे सऊदी अरब द्वारा लॉन्च किया गया है।
इसका उद्देश्य वैश्विक "मानवता पर प्रभाव" बनाने के लक्ष्य के साथ निवेश के नए रास्तों पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर से सरकार और व्यापारिक नेताओं को इकट्ठा करना है। इसके फोकस के चार क्षेत्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और रोबोटिक्स, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और स्थिरता हैं।
एफआईआई के 7वें संस्करण की थीम "द न्यू कंपास" है जो नई वैश्विक व्यवस्था पर केंद्रित है।
इस आयोजन में दुनिया के प्रमुख निवेशकों, व्यापारिक नेताओं, नीति निर्माताओं, अन्वेषकों और खोजकर्ताओं की भागीदारी की उम्मीद है।
बाद की बैठकों में, उपस्थित लोग विचार-विमर्श करने और नए बाजारों की खोज करने और आर्थिक विकास और समृद्धि की नई सीमाओं को पार करने के लिए एक साथ आएंगे।
सऊदी अरब भारत के सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक है। वित्त वर्ष 2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार 52.75 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद (एसपीसी) की स्थापना से द्विपक्षीय सहयोग मजबूत हुआ है।
2019 में स्थापित, इसके दो मुख्य स्तंभ हैं: 'राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग समिति' और 'अर्थव्यवस्था और निवेश समिति'।
ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के बाद भारत चौथा देश है, जिसके साथ रियाद ने ऐसी साझेदारी की है।
सितंबर में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एसपीसी की पहली शिखर-स्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की।
बैठक में ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और खाद्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
--आईएएनएस
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