मुंबई, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। एचडीएफसी (NS:HDFC) सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख दीपक जसानी ने कहा है कि इजराइल-हमास संघर्ष से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण बाजार पर दबाव बना हुआ है, जिससे निफ्टी में बुधवार को पांचवें दिन भी गिरावट आई।निफ्टी बुधवार को 0.83 प्रतिशत या 159.6 अंक गिरकर 19,122.2 पर आ गया, जबकि सेंसेक्स 522.82 अंक या 0.81 प्रतिशत गिरकर 64,049.06 पर बंद हुआ।
व्यापक बाजार सूचकांक मोटे तौर पर निफ्टी की तरह ही लुढ़के।
उधर, चीन में बुधवार को एशियाई शेयर 11 महीने के निचले स्तर से ऊपर उठे। निवेशकों ने स्टीमुलस के रूप में एक ट्रिलियन-युआन की मंजूरी पर खुशी जताई।
जसानी ने कहा कि यूरोपीय शेयर भी बुधवार को शुरुआती बढ़त के बाद लाल निशान में आ गए। कच्चे तेल की कम कीमतों पर ऊर्जा कंपनियों की कमजोरी ने गिरावट को बढ़ा दिया।
बोनांजा पोर्टफोलियो के शोध विश्लेषक वैभव विदवानी ने कहा कि निफ्टी आईटी और निफ्टी रियल्टी क्रमश: 1.03 प्रतिशत और 0.96 प्रतिशत की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहे।
इज़राइल-हमास युद्ध के भू-राजनीतिक विस्तार के कारण, बाजार चल रही अनिश्चितता पर प्रतिक्रिया दे रहा है। विदवानी ने कहा कि इसके अलावा, अन्य कारक जैसे डॉलर सूचकांक में वृद्धि, बांड यील्ड में वृद्धि, प्रमुख निगमों की तीसरी तिमाही की कमाई में कमी, और कच्चे तेल की कीमत में बदलाव - सभी ने बाजार में मंदी में योगदान दिया।
सिप्ला, एनटीपीसी, अपोलो हॉस्पिटल्स और अदानी (NS:APSE) एंटरप्राइजेज निफ्टी में नुकसान में शीर्ष पर रहे, जबकि कोल इंडिया (NS:COAL), टाटा स्टील (NS:TISC), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और एसबीआई (NS:SBI) शीर्ष मुनाफे में रहे।
--आईएएनएस
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