लखनऊ, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के तत्वावधान में हो रहे दो दिवसीय 'संगम संस्कृतियों का 2023' के कार्यक्रम में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सोमवार को वरिष्ठ नागरिकों की रामलीला का मंचन हुआ। समतामूलक चौक स्थित रिवर फ्रंट वाली चटोरी गली, गोमती नगर में हुए कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश एवं मदर सेवा संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में वृद्धाश्रम में निवासरत वरिष्ठजनों ने प्रस्तुति दी। मंच पर श्री राम का किरदार 67 वर्षीय राजू भगनानी, हनुमान का किरदार 85 साल के विश्वनाथ मेहरा ने निभाया और सीता की भूमिका में 66 वर्षीय कुमुदिनी रस्तोगी रहीं।
मदर सेवा संस्थान से प्रशिक्षित सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान वृद्धाश्रम के वरिष्ठजनों ने रंगकर्मी महेश चंद्र देवा के निर्देशन में रामलीला का मंचन किया। इसकी शुरुआत श्रीराम जन्म से हुई। राम जन्म पूरी अयोध्या में हर्षोल्लास से मनाया गया। राजा दशरथ की तीन रानियों द्वारा चार पुत्रों के जन्म से बधाइयां गूंजीं। 'ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैजनियां' के माध्यम से श्रीराम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुध्न के बाल स्वरूप में मंचन के बाद वरिष्ठजनों ने अपने-अपने किरदार को मंच पर जीवंत कर सभी का दिल जीत लिया।
मंच पर जन्म के बाद नामकरण, विश्वामित्र आगमन, ताड़का वध की लीला के भावपूर्ण दृश्य ने भी भाव विभोर कर दिया। महज एक घंटे में हुई रामलीला में सभी प्रसंगों को दर्शाया गया। कई दृश्यों ने उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया। शहर के वरिष्ठ रंगकर्मियों ने रामलीला के लिए अपनी आवाज दी थी। इसके साथ ही कई वृद्धजनों ने भी अपनी आवाज संवादों के लिए दी।
मंचन में कुछ बच्चों ने भी बाल रूपों के लिए काम किया। सभी ने बच्चों के अभिनय की भी तारीफ की। वरिष्ठजनों ने अपने अभिनय से रामायण के आदर्शों को जीवन में अपनाने पर बल दिया। इस मौके पर समाज कल्याण विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने कहा कि योगी सरकार वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, सम्मान के लिए संकल्पित है। वरिष्ठ नागरिकों को समर्पित करते हुए रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
--आईएएनएस
विकेटी/एबीएम