गोपालगंज, 1 जनवरी (आईएएनएस)। शराबबंदी वाले बिहार में शराब की तस्करी के लिए तस्कर हर दिन कोई नया तरीका खोजते हैं। प्रदेश में तालाबों से तो शराब की बोतलें पहले भी बरामद हो चुकी हैं, लेकिन शराब तस्कर शराब छिपाने के लिए अब नदियों का भी इस्तेमाल करने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के उसरी गांव में देखने को मिला, जब पुलिस ने गंडक नदी के पास रेत से बड़ी मात्रा में शराब बरामद की। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गंडक नदी की रेतीली जमीन के अंदर ड्रम में छिपाकर रखी गयी 5,600 लीटर अर्धनिर्मित शराब को जब्त कर नष्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि ड्रोन की मदद से सर्च अभियान चलाकर उत्पाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शराब तस्कर हालांकि भागने में सफल हो गए। उत्पाद पुलिस ने शराब भट्टियों को ध्वस्त कर उसमें आग लगा दी।
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने सोमवार को बताया कि पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष अभियान में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें 14 शराब तस्कर और 18 शराबी शामिल हैं, जबकि 402 लीटर देसी और 34 लीटर विदेशी शराब बरामद की गयी।
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि नए साल की जश्न में शराब का सेवन करने वाले ग्रामीण बैंक के सहायक प्रबंधक विनोद कुमार ठाकुर समेत 44 लोगों को उत्पाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सहायक प्रबंधक की पहचान कुचायकोट थाने के शिवराजपुर गांव निवासी विनोद कुमार बताई गई है।
वहीं, इनके साथ पश्चिम बंगाल की रहनेवाली ऑर्केस्ट्रा की नर्तकी पिंकी दास, लखपतिया मोड़ के अविनाश कुमार राम को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि सभी बुलेट बाइक से यूपी से शराब पीकर आ रहे थे। ब्रेथ एनेलाइजर मशीन से जांच करने के बाद शराब पीने की पुष्टि होने पर कार्रवाई की गयी।
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