नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के विभिन्न मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने मणिपुर हिंसा, महिला पहलवानों के विरोध और नूंह की हिंसा पर प्रकाश डाला।
केजरीवाल ने कहा कि इतने गंभीर मुद्दों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हैं।
भाजपा विधायकों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने पर आपत्ति जताई और कहा कि दिल्ली की समस्याओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। भाजपा के छह विधायकों को मार्शलों ने बाहर कर दिया और बाद में सभी आठ भाजपा विधायक धरने पर बैठ गए।
इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि भाजपा विधायक प्रधानमंत्री के मणिपुर से विलगाव को प्रतिबिंबित कर रहे हैं।
केजरीवाल ने पूछा, “आज मणिपुर जल रहा है। दो समुदाय आपस में लड़ रहे हैं और महिलाओं को अनुचित व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है। अगर देश के लोग आपस में लड़ते रहेंगे तो भारत विश्व गुरु कैसे बनेगा?”
उन्होंने कहा कि पीएम उनके पिता समान हैं। उन्होंने कहा, "अगर पिता बेटियों की रक्षा नहीं करेगा तो कौन करेगा?"
उन्होंने कहा कि लोग छोटे-छोटे मुद्दों के लिए पीएम को याद नहीं करते। दिल्ली सीएम ने कहा, ''जब व्यवस्था विफल हो जाती है तो वे प्रधानमंत्री की ओर देखते हैं।''
केजरीवाल ने कहा कि यूरोपीय संसद और अमेरिका ने भी मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की जिससे भारत की छवि खराब हुई।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इतना ध्यान दिए जाने के बावजूद, प्रधानमंत्री ने स्थिति पर नहीं बोलने का फैसला किया।
--आईएएनएस
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