नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के डिंडोरी में बुधवार को चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और शरद पवार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि यह नकली शिवसेना (उद्धव ठाकरे), नकली राष्ट्रवादी पार्टी (शरद पवार) का कांग्रेस में विलय होना पक्का है। जब इस नकली शिवसेना का कांग्रेस में विलय हो जाएगा तब मुझे सबसे ज़्यादा याद बालासाहेब ठाकरे की आएगी। बालासाहेब ठाकरे कहते थे कि जिस दिन लगा कि शिवसेना कांग्रेस बन गई है, उस दिन शिवसेना समाप्त कर दूंगा। मतलब अब नकली शिवसेना का अता-पता नहीं रहने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह बालासाहेब को सबसे ज़्यादा दुखी करता होगा। नकली शिवसेना ने बालासाहेब के हर सपने को चूर-चूर कर दिया है। बालासाहेब ठाकरे का सपना था, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो, बालासाहेब ठाकरे का सपना था, जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म हो। यह सपना पूरा हुआ, लेकिन, इससे सबसे ज्यादा चिढ़ नकली शिवसेना को हो रही है।
राम मंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठोकर मारी। नकली शिवसेना ने भी वही रास्ता चुना। कांग्रेस के लोग मंदिर के लिए अनाप-शनाप बातें कर रहे हैं और नकली शिवसेना एकदम चुप है। इनकी ये पार्टनरशिप, पाप की पार्टनरशिप है और पूरे महाराष्ट्र के सामने इनका पाप एक्सपोज हो चुका है, ये नकली शिवसेना वाले उस कांग्रेस को सिर पर बिठाए घूम रहे हैं, जो कांग्रेस वीर सावरकर को दिन-रात गालियां देती है। महाराष्ट्र की स्वाभिमानी और राष्ट्रभक्त जनता ये जब देखती और सुनती है तो महाराष्ट्र के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। लेकिन, नकली शिवसेना में अहंकार इतना आ गया है कि उनको महाराष्ट्र की भावना की भी कोई परवाह नहीं है। कांग्रेस के आगे घुटने टेकने वाली नकली शिवसेना को सजा देने का मन पूरे महाराष्ट्र ने बना लिया है। अभी तक हुए चार चरण के चुनाव में जनता ने इनको चारों खाने चित्त कर दिए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लिए अल्पसंख्यक सिर्फ एक ही हैं, उसका अपना प्रिय वोट बैंक। मुझे याद है, मैं उस समय सीएम था और जब यह बात कांग्रेस ने उठाई थी। तब मैंने उसका पुरजोर विरोध किया था। कांग्रेस चाहती थी कि देश के सारे बजट का 15 प्रतिशत सिर्फ मुसलमानों पर खर्च हो, तब भाजपा के जबरदस्त विरोध के बाद वे कामयाब नहीं हो पाए थे। लेकिन, अब ये सारे पुराने एजेंडे को लागू करने पर तुले हुए हैं। बाबा साहेब अंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे। लेकिन, कांग्रेस कह रही है कि एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देंगे। कांग्रेस आपकी संपत्ति को भी जब्त करके उसका हिस्सा अपने वोट बैंक को देने की तैयारी में है। लेकिन, कांग्रेस और इंडी अलायंस वाले कान खोलकर सुन लें, मोदी धर्म के आधार पर ना बजट बांटने देगा और ना ही धर्म के आधार पर आरक्षण देगा।
--आईएएनएस
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