iGrain India - अम्बाला । हरियाणा में रबी फसलों की जोरदार कटाई-तैयारी जाती है। लेकिन पिछले दिन करनाल तथा अम्बाला जिले के कुछ भागों में तेज हवा का प्रवाह रहने तथा गरज चमक के साथ बारिश होने से न केवल खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ बल्कि मंडियों में बिक्री के रखे गए स्टॉक भी क्षतिग्रस्त हो गए।
मंडियों में जिस अनाज एवं दलहन-तिलहन की पहले ही खरीद हो चुकी है उसे भी नुकसान होने की खबर है क्योंकि उसका उठाव एवं सुरक्षित भंडारण नहीं हो पाया था।
यानी से भीगे दाने की क्वालिटी खराब होने का अंदेशा है। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केन्द्र के अनुसार बारिश तो मूसलाधार नहीं हुई मगर हवा की गति काफी तेज रही। दिन के औसत उच्चतम तापमान में इस बारिश के कारण कुछ गिरावट आ गई।
मौसम केन्द्र के अनुसार 19 अप्रैल को अम्बाला में 6 मि०मी० चंडीगढ़ में 7 मि०मी० तथा करनाल के इंद्री में 8 मि०मी० बारिश दर्ज की गई। जानकारों के अनुसार करीब 15 मिनट तक ओलावृष्टि भी हुई जिससे इंद्री मंडी में सफेद चादर बिछ गई।
अनाज की हजारों बोरियां वहां खुले में पड़ी हुई थी क्योंकि इसके उठाव की रफ्तार अत्यन्त धीमी है। इस अनाज को काफी नुकसान होने की आशंका है।
आंधी-तूफान एवं वर्षा से खेतों में खड़ी फसलों को भी क्षति हुई है। सर्वेक्षण आंकलन के बाद ही इसका विवरण सामने आ सकता है।
करनाल के कृषि उप निदेशक के अनुसार इंद्री मंडी में आंधी-तूफान एवं वर्षा से खेतों में खड़ी फसलों को भी क्षति हुई है। सर्वेक्षण आंकलन के बाद ही इसका विवरण सामने आ सकता है।
करनाल के कृषि उप निदेशक के अनुसार इंद्री मंडी में आंधी-तूफान एवं वर्षा के प्रकोप की सूचना तो मिली है लेकिन अभी किसी क्षति का अनुमान लगाना कठिन है।
फसलों का सर्वे तो किया जाएगा लेकिन ज्यादा नुकसान होने की संभावना नहीं है। हरियाणा में रबी फसलों की सरकारी खरीद तो निर्बाध गति से हो रही है मगर मंडियों से खरीदे गए माल का जल्दी-जल्दी उठाव नहीं हो रहा है।