रांची, 28 जून (आईएएनएस)। सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंड के राजभवन और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पर लगातार हमलावर है। बुधवार को जेएमएम के सीनियर लीडर सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्यपाल पर भाजपा नेता की तरह काम करने का आरोप मढ़ा। उन्होंने कहा कि बड़ी अजीब बात है कि राज्यपाल राज्य के तमाम जिलों का दौरा कर मोदी जी और भाजपा का गुणगान कर रहे हैं। इसके पहले झारखंड विधानसभा के स्पीकर डॉ. रबींद्र नाथ महतो ने भी राज्यपाल पर भाजपा के इशारे पर काम करने और राज्य की विधानसभा द्वारा पारित प्रस्तावों को दुर्भावना से प्रेरित होकर लौटाने का आरोप लगाया था।
स्पीकर के बयान पर भाजपा की ओर से न सिर्फ कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई, बल्कि मंगलवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात पर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में स्पीकर के बयान को असंवैधानिक बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
इस पर झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर जवाबी हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग राजभवन गए थे। दरअसल, ये लोग राज्यपाल से अगले दौरे और उसके एजेंडे पर बातचीत करने और उन्हें टास्क देने गए थे। ये जिक्र करने गये थे कि अगला दौरा किस प्रमंडल में होगा, उसके मुद्दे क्या रहेंगे? उन्होंने कहा कि भाजपा ने स्पीकर डॉ. रबींद्र महतो को हटाने की मांग राज्यपाल से की है। ऐसा लगता है कि स्पीकर कोई अनुबंध कर्मी हैं, जिसे कह दिया जाए कि कल से नहीं आना है। अगर हमें और हमारी सरकार को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया तो हम भी चुप बैठने वाले नहीं हैं।
राज्यपाल पर सवाल खड़े करते हुए झामुमो नेता ने कहा कि अगर आप ही भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं का काम करेंगे तो फिर वे क्या करेंगे? हर सप्ताह भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों और केंद्रीय नेताओं का दौरा हो ही रहा है। वे लोग मोदी जी-मोदी जी, 9 साल, 9 साल का गुणगान कर रहे हैं। यह काम उन्हें ही करने दिया जाए। राज्यपाल का काम राज्य सरकार के निर्णयों और कार्यों में उचित परामर्श देने का होता है, न कि केंद्र की योजनाओं का प्रचार-प्रसार का।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बड़ी अजीब बात है कि राज्यपाल लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं। मगर, वे राज्य की कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सर्वजन पेंशन स्कीम, ओल्ड पेंशन स्कीम, सावित्री फूले बाई स्कीम सहित राज्य सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। उसका जिक्र तक नहीं किया। केवल नल जल योजना, उज्जवला योजना, जो केंद्र की है, उसका ही जिक्र किया। इससे आगे कहा कि यह नया ट्रेंड शुरू हो रहा है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है।
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