बीजिंग, 03 मार्च (आईएएनएस)। हाल ही में, छठी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा के दौरान, चीन ने जैविक विविधता पर कन्वेंशन के पक्षकारों के 15वें सम्मेलन (सीओपी15) के अध्यक्ष के रूप में, "खुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क" के कार्यान्वयन पहल पर एक अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक इंगर एंडरसन, जैविक विविधता पर कन्वेंशन के सचिवालय के कार्यवाहक कार्यकारी सचिव डेविड कूपर, और कनाडा, गैबॉन, चिली, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम समेत कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस सेमिनार में भाग लिया।
सेमिनार में, "खुनमिंग-मॉन्ट्रियल फ्रेमवर्क" कार्यान्वयन पहल के सह-प्रायोजकों, भागीदारों, व्यापक पक्षकारों और हितधारकों ने "खुनमिंग-मॉन्ट्रियल फ्रेमवर्क" को लागू करने में प्रगति और अनुभव साझा किया। इस सेमिनार ने "खुनमिंग-मॉन्ट्रियल फ्रेमवर्क" के कार्यान्वयन में सभी पक्षों की मुख्य प्रगति की गहन समझ प्राप्त की और पहल व अन्य संबंधित प्रक्रियाओं के कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान किया।
सीओपी15 के अध्यक्ष, चीन के पारिस्थितिकी और पर्यावरण मंत्री हुआंग रनछिउ ने विकास और संरक्षण के बीच संबंधों को संभालने में चीन की उपलब्धियों का परिचय दिया। उनके अनुसार चीन दुनिया में बंजर हो चुकी भूमि और रेतीली भूमि क्षेत्र में "दोगुनी कमी" करने वाला पहला देश है। चीन की वन कवरेज दर 24 प्रतिशत से अधिक हो गई है, जिससे यह दुनिया में सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते वन संसाधनों और सबसे बड़े कृत्रिम वन क्षेत्र वाला देश बन गया है।
पीएम2.5 का औसत 2015 में 46 माइक्रोग्राम/घन मीटर से घटकर 2023 में 30 माइक्रोग्राम/घन मीटर हो गया, जो आठ साल में 35 प्रतिशत की गिरावट है। चीन दुनिया में वायु गुणवत्ता में सबसे तेजी से सुधार करने वाला देश बन गया है। अपनी अध्यक्षता के दौरान, चीन ने ऐतिहासिक "खुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क" तक पहुंचने को बढ़ावा दिया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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