काहिरा, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में और अधिक मानवीय सहायता ले जाने वाले हवाई जहाज मिस्र के उत्तरी सिनाई प्रांत के अल-अरिश हवाई अड्डे पर उतरे।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने सोमवार को मिस्र के रेड क्रिसेंट के हवाले से कहा कि अल्जीरिया, कुवैत, इराक, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विमान सोमवार को हवाई अड्डे पर पहुंचे, जो गाजा के साथ राफा सीमा पार से 50 किमी से भी कम दूरी पर है।
इस बीच, सरकारी अहराम गेट समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, अल-अरीश हवाई अड्डे को गाजा के लिए सहायता ले जाने वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन के दो विमान भी मिले।
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने सोमवार को कहा कि उनके देश ने गाजा पट्टी के लिए चिकित्सा उपकरण और आपूर्ति लेकर दो मालवाहक विमान मिस्र भेजे हैं, जबकि दो और विमान अधिक सामानों के साथ भेजे जाएंगे।
उन्होंने बताया कि विमान में 20 डॉक्टरों की एक मेडिकल टीम भी थी।
इससे पहले सोमवार को, मिस्र रेड क्रिसेंट ने घोषणा की थी कि उसने मिस्र और गाजा के बीच राफा क्रॉसिंग के माध्यम से फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी को एक नया सहायता काफिला पहुंचाया है।
फ़िलिस्तीनी रेड क्रिसेंट ने पुष्टि की कि उसे भोजन, पानी, दवाएं और चिकित्सा आपूर्ति से युक्त मानवीय सहायता ले जाने वाले 20 ट्रकों का तीसरा काफिला प्राप्त हुआ है।
इससे पहले दिन में, उत्तरी सिनाई गवर्नरेट ने घोषणा की कि 12 अक्टूबर से कम से कम 27 सहायता विमान उत्तरी सिनाई के अल-अरिश हवाई अड्डे पर उतरे हैं, जो जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, रूस, तुर्की और ब्राजील के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों सहित कई देशों से सहायता लेकर आए हैं।
गाजा पट्टी 7 अक्टूबर के हमास हमले के प्रतिशोध में घातक इजरायली घेराबंदी और हमलों के जद में है।
लेकिन गाजा में प्रवेश करने वाली सहायता डिलीवरी में ईंधन शामिल नहीं है।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के अनुसार "ईंधन नहीं होने का मतलब पानी का अलवणीकरण नहीं होना है। ईंधन नहीं होने का मतलब यह भी है कि मानवतावादी साझेदारों को अपने पूरे सहायता वितरण अभियान को पानी के परिवहन पर केंद्रित करना होगा।"
--आईएएनएस
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