कोलकाता, 2 मार्च (आईएएनएस)। पटना हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एल. नरसिम्हा रेड्डी की अध्यक्षता में मानवाधिकार उल्लंघन पर एक केंद्रीय तथ्य-खोज समिति 3 मार्च को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली का दौरा करेगी। समिति द्वारा जारी एक प्रेस बयान के अनुसार, टीम के अन्य सदस्यों में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राज पाल सिंह, वकील और राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य चारु वली खन्ना, अधिवक्ता और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पूर्व रजिस्ट्रार ओ.पी. व्यास, वरिष्ठ पत्रकार संजीव नायक और एनएफआरसी और एनसीपीसीआर की सलाहकार भावना बजाज शामिल हैं।
बता दें कि 25 फरवरी को केंद्रीय तथ्य-खोज टीम ने संदेशखाली जाने का प्रयास किया था, लेकिन राज्य पुलिस ने 144 लागू होने का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया था।
इसके बाद यह मामला कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचा था। 28 फरवरी को न्यायमूर्ति कौशिक चंदा की एकल-न्यायाधीश पीठ ने केंद्रीय तथ्य-खोज टीम को संदेशखली का दौरा करने की अनुमति दे दी थी।
समिति के बयान के अनुसार, टीम रविवार को संदेशखाली में तीन स्थानों- माझेर पारा, नतुन पारा और नस्कर पारा रास मंदिर का दौरा करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, समिति के सदस्य घटना के पीड़ितों से बातचीत करेंगे। दौरे के बाद, समिति एक अंतिम रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे भारत के संवैधानिक अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
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