बेंगलुरू, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। यहां एक सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका को बच्चों से शौचालय साफ कराने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शनिवार को कहा कि छात्रों से शौचालय साफ करवाना बर्दाश्त के लायक नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा, "छात्रों को स्कूल के शौचालय साफ करने के लिए मजबूर करने की हालिया रिपोर्ट बेहद निंदनीय है और ऐसे कृत्य असहनीय हैं।"
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बेंगलुरु के आंद्रहल्ली सरकारी मॉडल उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी देवम्मा की शिकायत एक पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सिद्दारमैया ने कहा, ''शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सामने आए मामलों के लिए जिम्मेदार शिक्षकों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की है।''
उन्होंने कहा, "मैंने प्राथमिक शिक्षा मंत्री को निर्देश दिया है कि यदि अन्य स्कूलों में ऐसी घटनाएं होती हैं तो अपराधियों की पहचान करें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने समाज कल्याण मंत्री को स्कूलों और कॉलेजों के छात्रावासों पर नजर रखने के लिए भी सूचित किया है। मैंने प्राथमिक शिक्षा मंत्री को सलाह दी है कि प्रत्येक स्कूल में लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा होनी चाहिए और शौचालयों की सफाई के लिए कर्मचारियों को नियुक्त किया जाना चाहिए। मैंने इस मामले पर सर्वेक्षण करने और जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट लेन का भी निर्देश दिया है।"
शुक्रवार को घटना सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने लक्ष्मी देवम्मा को निलंबित कर दिया।
अधिकारियों के अनुसार, कक्षा 6 के छात्रों को एसिड का उपयोग करके स्कूल के शौचालय को साफ करने के लिए कहा गया था।
घटना की जानकारी मिलने के बाद अभिभावकों ने स्कूल के पास विरोध प्रदर्शन किया।
कोलार जिले से भी छात्रों से शौचालय साफ करवाने की घटना सामने आई थी।
--आईएएनएस
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