बीजिंग, 20 नवंबर (आईएएनएस)। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पेइचिंग में सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैज़ल बिन फरहान अल सऊद, जॉर्डन के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री अयमान सफादी, मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी, इंडोनेशियाई विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी, फिलिस्तीनी विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी और इस्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा से गठित अरब और इस्लामी देशों के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल के साथ वार्ता की। वांग यी ने कहा कि विदेश मंत्रियों के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल द्वारा चीन को अंतरराष्ट्रीय समन्वय का पहला पड़ाव चुनने से दोनों पक्षों की पारस्परिक समझ व समर्थन की श्रेष्ठ परंपरा और चीन के प्रति उच्च स्तरीय विश्वास जाहिर है। चीन व्यापक अरब और इस्लामिक देशों का अच्छा दोस्त और भाई है। हम हमेशा अरब और इस्लामिक देशों के वैधिक हितों की सुरक्षा करते हैं और फिलिस्तीनी जनता द्वारा राष्ट्रीय वैधिक हित बहाल करने के न्यायपूर्ण कार्यों का समर्थन करते हैं।
इस वार्ता में भाग लेने वाले अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों ने फिलिस्तीन सवाल पर चीन के रूख की प्रशंसा की और चीन के साथ अधिक घनिष्ठ समन्वय कर शांति वार्ता की बहाली करने और दो राज्य योजना के आधार पर स्वतंत्र फिलिस्तीन देश की स्थापना बढ़ाने की प्रतीक्षा प्रकट की।
वांग यी ने वर्तमान गाजा पट्टी की स्थिति और फिलिस्तीन सवाल के समाधान पर चीन का मत रखा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नाजुक कार्य यूएन सुरक्षा परिषद और महासभा के संबंधित प्रस्ताव लागू कर फौरन ही युद्ध विराम लागू करना है और अंतरराष्ट्रीय कानून खासकर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना है।
उन्होंने बल दिया कि फिलिस्तीन के भविष्य संबंधी किसी भी प्रबंधन को फिलिस्तीनी जनता की सहमति प्राप्त करनी है और क्षेत्रीय देशों की जायज़ चिंताओं पर भी ध्यान देना चाहिए। चीन फिलिस्तीन-इजरायल शांति और मध्य पूर्व की शांति व स्थिरता के लिए सक्रिय कोशिश करता रहेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस