रायपुर, 2 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आदिवासियों को 'वनवासी' कहना उनका अपमान है।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ''आदिवासी का सही अर्थ इस देश के मूल निवासी हैं, जो मूल रूप से देश की भूमि, जल और जंगलों के मालिक हैं और उन पर पहला अधिकार रखते हैं। हालाँकि, भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासियों के लिए एक नया शब्द गढ़ा है - 'वनवासी', जिसका अर्थ है कि आदिवासियों को केवल जंगलों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए।''
हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने 'वनवासी और आदिवासी' मुद्दे को उठाया है। आरएसएस द्वारा 2022 में आदिवासी समुदायों के लिए 'आदिवासी' की बजाय 'वनवासी' शब्द का इस्तेमाल किए जाने के बाद से वह इस मुद्दे को उठा रहे हैं।
पिछले साल नवंबर में जब राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा ने मध्य प्रदेश में प्रवेश किया था, तब उन्होंने आदिवासियों के लिए 'वनवासी' शब्द का इस्तेमाल करने के लिए भाजपा और आरएसएस की आलोचना की थी और उनसे माफी की मांग की थी। उन्होंने पिछले साल कर्नाटक और गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह मुद्दा उठाया था।
छत्तीसगढ़ में शनिवार को एक सरकारी कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि यह कांग्रेस सरकार थी जिसने पेसा लागू किया था। राज्य में इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा चाहती है कि आदिवासी जंगलों में रहें, लेकिन हम कहते हैं कि आपको ‘जल-जंगल-ज़मीन’ (जल-जंगल-ज़मीन) का अधिकार होना चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने का भी अधिकार होना चाहिए। भाजपा और कांग्रेस के बीच यही बुनियादी अंतर है।''
उन्होंने पूंजीवादी विचारधारा के लिए केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, “हर चुनाव से पहले भाजपा नेता उन सीटों की संख्या के साथ सामने आते हैं जो वे जीतने का दावा करते हैं, लेकिन कर्नाटक के लोगों ने दिखा दिया है कि उनके पास सही सूची है और उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया।”
उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक के नतीजे छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में दोहराए जाएंगे जहां इस साल नवंबर तक विधानसभा चुनाव होने हैं।
उन्होंने अडाणी के बारे में हाल ही में प्रकाशित एक समाचार की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के साथ अडाणी की निकटता के कारण, उन्होंने (अडाणी ने) हजारों करोड़ रुपये विदेश भेजे और शेयर बाजार में ऊंची कीमतें हासिल कीं।
राहुल गांधी ने कहा, "यह पैसा केवल अडाणी का नहीं है। यह किसी और का है, लेकिन पीएम मोदी ने इस मामले में जांच का आदेश नहीं दिया। अडाणी अब बुनियादी ढांचे, हवाई अड्डों और शायद रेलवे का भी अधिग्रहण कर रहा है। सब कुछ सिर्फ एक व्यक्ति को दिया गया है?"
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ भारत का दिल है और युवाओं को आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण करके इसे देश का लॉजिस्टिक केंद्र बनाने का संकल्प लेना चाहिए ताकि यहां वस्तुओं का प्रसंस्करण और निर्माण किया जा सके और फिर विभिन्न राज्यों और दुनिया भर के अन्य देशों में भेजा जा सके।
--आईएएनएस
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