काहिरा, 10 जनवरी (आईएएनएस)। मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी ने गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने के किसी भी प्रयास को कबूल न किए जाने की बात दोहराई है।एक टेलीविजन प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जिसमें मिस्र की राजधानी काहिरा में जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक भी शामिल थीं, शौकरी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने गाजा के हालात, तटीय क्षेत्र में इजरायल के चल रहे सैन्य अभियान और इसके विनाशकारी मानवीय परिणामों पर चर्चा की थी।
मिस्र के विदेश मंत्री के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने घिरी हुई गाजा पट्टी में राहत सहायता पहुंचाने, गाजा और वेस्ट बैंक की एकता बनाए रखने के साधनों और दो-राज्य समाधान से संबंधित "राजनीतिक दृष्टिकोण" को बहाल करने के प्रयासों पर भी चर्चा की।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, दोनों पक्षों ने गाजा में युद्धविराम, क्षेत्रीय विकास और लाल सागर नेविगेशन की सुरक्षा के बारे में बात की।
बेयरबॉक ने कहा कि हालांकि दोनों देशों को शांति लाने के लिए सहयोग करना चाहिए, लेकिन गाजा पट्टी में रहने वाले लगभग दो मिलियन फिलिस्तीनियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त मानवीय आपूर्ति नहीं है। इसलिए, जरूरतमंद लोगों तक राहत के प्रवाह में बाधा डालने से बचने के लिए समन्वित कार्रवाई की जरूरत है।
इजरायल 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा पट्टी में हमास के साथ लड़ रहा है, जब फिलिस्तीनी गुट ने दक्षिणी इज़राइल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे।
गाजा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इजरायली सेना ने एन्क्लेव में अपने सैन्य अभियानों में अब तक 23,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला है।
--आईएएनएस
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