नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के भाई गोपाल जोशी के खिलाफ कर्नाटक में केस दर्ज किया गया है। गोपाल जोशी पर आरोप है कि लोकसभा चुनाव में टिकट देने का लालच देकर उन्होंने दो करोड़ रुपये की ठगी की। इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके भाई गोपाल जोशी से उनका कोई वास्ता नहीं है। प्रह्लाद जोशी ने आईएएनएस से कहा, "मुझे गुरुवार रात को मीडिया से यह जानकारी मिली। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मीडिया और एफआईआर में यह उल्लेख किया गया है कि गोपाल जोशी और विजय लक्ष्मी मेरे भाई-बहन हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरे सहित कुल 4 भाई-बहन हैं। एक भाई की 1986 में सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। अब हम तीन ही बचे हैं। जहां तक गोपाल जोशी के साथ मेरे संबंधों का सवाल है, उनसे मेरा संबंध 32 साल पहले खत्म हो गया था। मीडिया और अखबारों में गोपाल जोशी से मेरा नाम जोड़कर छवि खराब करना उचित नहीं है।"
उन्होंने कहा कि दैनिक समाचार पत्रों और एफआईआर में मेरी संलिप्तता के बारे में जो कुछ भी कहा जा रहा है, वह गलत है। मैं ऐसे किसी दावे से जुड़ा नहीं हूं। मेरे वकील ने यह नोटिस दिया, कुछ शादी की तस्वीरें भी होंगी, लेकिन मैं बहुत दृढ़ता से कह रहा हूं कि वह एक बहुत पुराना बिछड़ा हुआ भाई है, हम बात भी नहीं करते हैं और अंत में मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि पिछले 32 वर्षों से हम साथ नहीं हैं और साथ में कुछ भी नहीं कर रहे हैं। अगर एफआईआर के अनुसार जांच चल रही है, तो क्या उसने कोई अवैध या अनैतिक काम किया है, मैं न केवल अवैध बल्कि अनैतिक भी कह रहा हूं, कानून को अपना काम करने दें, मुझे कोई दिक्कत नहीं है।
बता दें कि सुनीता चव्हाण नाम की महिला ने लोकसभा चुनाव में टिकट में हेराफेरी के आरोप में कर्नाटक के हुबली के बसवेश्वर नगर थाने में गोपाल जोशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। महिला के मुताबिक गोपाल जोशी ने उससे कहा था कि मेरे भाई का केंद्र सरकार में अच्छा पद है। पीएम मोदी और अमित शाह उसकी बात जरूर सुनेंगे। आरोपी गोपाल जोशी ने देवानंद चव्हाण को भरोसा दिलाया कि वह उसे विजयपुरा से टिकट दिलवा देगा और बदले में उसने पांच करोड़ रुपये की मांग की।
--आईएएनएस
आरके/सीबीटी