iGrain India - टोरंटो । कनाडा में चालू वर्ष के दौरान काबुली चना के बिजाई क्षेत्र में थोड़ी बढ़ोत्तरी हुई थी लेकिन मौसम की हालत अनुकूल नहीं होने से उत्पादन में इजाफा नहीं हो सका। पिछला बकाया स्टॉक भी बहुत कम रहने से उसके निर्यात में गिरावट आने की संभावना है लेकिन स्टॉक की जटिलता के कारण भाव ऊंचा रहने की उम्मीद है।
इसे देखते हुए यह चर्चा आरंभ हो गई है कि क्या अगले सीजन के दौरान कनाडा के किसान काबुली चना का क्षेत्रफल बढ़ाने का प्रयास कर सकते हैं। इस करहचा के दो अन्य कारण भी है।
पहली बात यह है कि कनाडा में मिटटी में पनपे रोगों एवं कीड़ों का प्रकोप बढ़ गया है जिसे दलहन फसलें नियंत्रित कर सकती है और दूसरा कारण यह है कि वहां फसलों के रोटेशन की सख्त आवश्यकता है।
इसके आधार पर यह माना जा रहा है कि चालू वर्ष के मुकाबले अगले साल कनाडा में चना का रकबा बढ़ सकता है। इसकी बिजाई अप्रैल से जून के बीच होगी और अगस्त-सितम्बर में इसका नया माल आने शुरू हो जाएगा।
ध्यान देने की बात है कि चालू वर्ष के दौरान मौसम शुष्क एवं गर्म होने के कारण कनाडा में काबुली चना की क्वालिटी प्रभावित हुई और अधिकांश क्षेत्रों में दाने का आकार छोटा रह गया इसके फलस्वरूप बिजाई तथा खपत के लिए बड़े दाने वाले काबुली चना का अभाव महसूस हो सकता है।
जिन उत्पादकों एवं स्टॉकिस्टों के पास पिछले सीजन का काबुली चना मौजूद है वे अपने स्टॉक की क्वालिटी के आधार पर बाजार में इसकी बिक्री का प्रयास करेंगे।
पिछले साल कनाडा में मौसम अपेक्षाकृत बेहतर रहा था और काबुली चना की क्वालिटी भी अच्छी रही थी। लेकिन अधिकांश माल का निर्यात हो जाने से उत्पादकों के पास इसका बहुत कम स्टॉक बचा हुआ है।
कनाडा में काबुली चना की मौजूदा फसल का भाव 45 सेंट प्रति पौंड तथा पुराने स्टॉक का दाम 52 सेंट प्रति पौंड चल रहा है। अगली नई फसल की खरीद- बिक्री के लिए अग्रिम अनुबंध शीघ्र आरंभ हो सकता है।