कोलकाता, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य सरकार द्वारा संचालित दक्षिण कोलकाता के एस.एस.के.एम. मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ने पश्चिम बंगाल में स्कूल भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी सुजय कृष्ण भद्र को कार्डियोलॉजी विभाग के आईसीयू से वापस सामान्य केबिन में स्थानांतरित कर दिया है।मामले के जानकार सूत्रों ने बताया कि भद्र की चिकित्सीय स्थिति में सुधार के बाद उन्हें वापस सामान्य केबिन में स्थानांतरित करने का निर्णय मंगलवार रात को लिया गया।
यह निर्णय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्डियोलॉजी विभाग के आईसीयू में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के दो सशस्त्र कर्मियों के अलावा अपने दो अधिकारियों को निगरानी के लिए तैनात करके सुरक्षा और निगरानी को मजबूत करने के फैसले के बाद किया गया है।
वहीं, मंगलवार को ईडी के अधिकारियों ने एस.एस.के.एम. से भद्र के कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्ट (सीएबीजी) के बारे में रिपोर्ट माँगी है ताकि यह समझा जा सके कि इस साल अगस्त में बाईपास सर्जरी होने के बाद आरोपी को चार महीने तक भर्ती क्यों रहना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि ईडी के अधिकारी मामले की जाँच के सिलसिले में 7 दिसंबर को भद्र की आवाज का नमूना परीक्षण करने से पहले अनिवार्य चिकित्सा जांच के लिए उन्हें कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में केंद्र संचालित ईएसआई अस्पताल में स्थानांतरित करने के लिए एक एम्बुलेंस के साथ एस.एस.के.एम अस्पताल पहुंचे थे।
हालाँकि, अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा क्योंकि एस.एस.के.एम. के अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया कि भद्र को एक रात पहले आईसीयू में स्थानांतरित करना पड़ा क्योंकि उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की थी। बाद में पता चला कि भद्र को आईसीयू में एक बिस्तर पर रखा गया था जो बच्चों के लिए आरक्षित है।
सूत्रों ने कहा कि भद्र को सामान्य कैबिनेट में वापस स्थानांतरित करने की जानकारी मिलने पर, ईडी के अधिकारियों ने इस बात पर चर्चा शुरू कर दी है कि आरोपी को जल्द से जल्द एसएसकेएम से बाहर कैसे लाया जा सकता है।
--आईएएनएस
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