नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय सेना ने 5 दिसंबर को दिल्ली में 'इनो योद्धा 2023' शीर्षक से विचार नवाचार प्रतियोगिता और सेमिनार किया। यह आयोजन भारतीय सेना द्वारा आधुनिकीकरण अपनाने और संगठन के भीतर नवाचारों के माध्यम से स्वदेशीकरण और तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में दिए गए महत्व को दर्शाता है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस आयोजन का उद्देश्य संगठन के भीतर उपयोगकर्ताओं द्वारा किए गए तकनीकी नवाचारों को प्रदर्शित करना था। इस कार्यक्रम में शिक्षा जगत और रक्षा उद्योग की प्रतिष्ठित हस्तियों के अलावा सेवारत कर्मियों ने भाग लिया। इस दौरान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने नवप्रवर्तकों की रचनात्मकता और सरलता की सराहना की और भारतीय सेना में 'सोचने वाले योद्धाओं' को राष्ट्र और भारतीय सेना के लिए व्यावहारिक और नवीन समाधानों की संकल्पना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय सेना के जवानों द्वारा किए गए नवाचार क्षेत्रीय संरचनाओं की परिचालन आवश्यकताओं के लिए घरेलू समाधान खोजने में सभी रैंकों के जुनून, पेशेवर क्षमता और तकनीकी ज्ञान का प्रमाण हैं। भारतीय सेना के सामने आने वाली परिचालनात्मक चुनौतियां विविध हैं, जो इलाके की अनिश्चितताओं, मौसम और प्रतिकूल खतरों के कारण और भी गंभीर हो गई हैं। मनुष्य और मशीन की गतिशीलता प्रौद्योगिकी और सिद्धांतों की निरंतर विकसित होती एल्केमी से जटिल होती है। कोई और नहीं बल्कि ज़मीनी सैनिक इस तथ्य को बेहतर ढंग से समझता है और इसलिए सेना की परिचालन और प्रशासनिक चुनौतियों के लिए घरेलू समाधान विकसित करने का लगातार प्रयास करता है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारतीय सेना नए विचारों को अपनाने की सुविधा प्रदान करती है और सभी रैंकों को 'रचनात्मक विचारों को खोजने' के लिए प्रोत्साहित करती है। यह 'आत्मनिर्भर भारत' के अंतिम लक्ष्य की दिशा में भारतीय सेना के प्रयासों में भी सामंजस्य स्थापित करता है। इस वर्ष, पूरी भारतीय सेना से कुल 80 नवाचारों का संक्षिप्त सूची में नाम रखा गया था, जिनमें से 34 को अंतत: आगे विकास के लिए चुना गया है। ये नवाचार न केवल पारंपरिक प्रणालियों और प्रौद्योगिकी तक ही सीमित हैं, बल्कि इनमें एआई, सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन, मानव रहित एरियल प्लेटफॉर्म और काउंटर ड्रोन सिस्टम जैसी विशिष्ट प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में अभिनव समाधान भी शामिल हैं।
--आईएएनएस
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