हैदराबाद, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) द्वारा प्रतियोगी परीक्षा स्थगित किए जाने से दुखी एक छात्रा द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या किए जाने की घटना पर तत्काल रिपोर्ट मांगी है।उन्होंने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और टीएसपीएससी के सचिव को 48 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
एक छात्रावास में 25 वर्षीय छात्रा की आत्महत्या के बाद शुक्रवार को हैदराबाद में छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
राजभवन ने शनिवार को एक बयान में कहा कि राज्यपाल ने गहरे दुख और गहरी सहानुभूति के साथ 23 वर्षीय महत्वाकांक्षी प्रतियोगी परीक्षा उम्मीदवार प्रवल्लिका के शोक संतप्त माता-पिता और परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि प्रवल्लिका का असामयिक निधन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा उम्मीदवारों के सामने आने वाली चुनौतियों और दबावों की एक मार्मिक याद है।
राजभवन ने कहा कि यह राज्यपाल के ध्यान में आया है कि प्रवल्लिका ग्रुप II परीक्षा की तैयारी कर रही थी, जिसे तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) ने स्थगित कर दिया था।
उन्होंने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और टीएसपीएससी के सचिव को प्रवल्लिका की आत्महत्या पर 48 घंटे के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है।
तमिलिसाई सुंदरराजन ने सभी बेरोजगार युवाओं से आशा न खोने और लाभकारी रोजगार की तलाश में साहस दिखाने का आग्रह किया है।
उन्होंने उनके रोजगार लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए उन्हें इस प्रयास में अपने अटूट समर्थन का आश्वासन भी दिया।
प्रवालिका की एक छात्रावास में आत्महत्या से मृत्यु हो गई, जहां वह ग्रुप-2 परीक्षा की तैयारी के लिए रह रही थी। इस घटना के बाद सैकड़ों छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। वे न्याय की मांग करते हुए उसके शव के साथ सड़क पर बैठ गए।
भाजपा सांसद के.लक्ष्मण और कांग्रेस नेता अनिल कुमार यादव भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, जिससे शहर के बीचों-बीच इलाके में तनाव फैल गया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रश्नपत्र लीक होने और गड़बड़ी के कारण टीएसपीएससी द्वारा बार-बार परीक्षा स्थगित किए जाने से हजारों छात्र हताश हैं।
तनाव बढ़ने पर कई शीर्ष पुलिस अधिकारी इलाके में पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। हालांकि, उन्होंने परिवार को न्याय मिलने तक शव को स्थानांतरित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए।
कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
देर रात करीब 1:30 बजे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए गांधी अस्पताल भेज दिया। बाद में शव को उनके पैतृक जिले वारंगल ले जाया गया।
--आईएएनएस
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