हैदराबाद, 15 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के बागी पटेल रमेश रेड्डी ने बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुरोध पर तेलंगाना के सूर्यापेट विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन वापस ले लिया।रमेश रेड्डी ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया था। नेताओं द्वारा उन्हें अगले साल के लोकसभा चुनाव के लिए टिकट देने का आश्वासन दिया, इसके बाद वह नामांकन वापस लेने पर सहमत हुए।
कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर रमेश रेड्डी और उनके परिवार के सदस्यों का रोते हुए एक वीडियो पिछले हफ्ते वायरल हुआ था। जब पार्टी ने रामरेड्डी दामोदर रेड्डी को टिकट देने का फैसला किया तो वे फूट-फूट कर रोने लगे।
रमेश रेड्डी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में नलगोंडा से मैदान में उतरने के वादे पर 2018 के चुनाव में दामोदर रेड्डी के लिए टिकट का त्याग कर दिया था, लेकिन बाद में पार्टी ने उत्तम कुमार रेड्डी को मैदान में उतारा।
एक बार फिर टिकट नहीं मिलने से रमेश रेड्डी निराश हो गए और अपने परिवार के सदस्यों के साथ भावुक होकर रोने लगे। बुधवार को जब वरिष्ठ नेता मल्लू रवि और रोहित चौधरी रमेश रेड्डी के आवास पर गये तो रमेश रेड्डी और उनके परिवार के सदस्य भावुक हो गए।
नेताओं को उनके समर्थकों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा, जिन्होंने पार्टी के लिए उनकी कड़ी मेहनत के बावजूद उनके साथ हुए न्याय पर सवाल उठाया। रमेश रेड्डी के समर्थकों ने टीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी और रामरेड्डी दामोदर रेड्डी के खिलाफ नारे लगाए।
रमेश रेड्डी कांग्रेस पार्टी के टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने 2014 और 2018 के चुनावों में केसीआर कैबिनेट में मंत्री जी. जगदीश रेड्डी के हाथों हार के बावजूद वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रामरेड्डी दामोदर रेड्डी को मैदान में उतारने का फैसला किया।
इस बीच, कांग्रेस के एक अन्य बागी डी. राम रेड्डी ने इब्राहिमपटनम निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन वापस ले लिया। एआईसीसी प्रभारी माणिकराव ठाकरे के अनुरोध पर, राम रेड्डी प्रतियोगिता से हटने पर सहमत हुए।
पार्टी द्वारा मालरेड्डी रंगारेड्डी को मैदान में उतारने के बाद राम रेड्डी निर्दलीय मैदान में उतरे थे। बुधवार को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी। 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए 30 नवंबर को चुनाव होने हैं।
--आईएएनएस
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