मुजफ्फरपुर, 16 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार में एक आईपीएस अधिकारी ने लावारिस बच्चों को साक्षर बनाने की अनोखी पहल करते हुए रेल पुलिस पाठशाला की शुरुआत की है। आईपीएस अधिकारी के इस पहल की सर्वत्र चर्चा हो रही है। दरअसल, मुजफ्फरपुर जंक्शन पर घूमने वाले लावारिस बच्चों के लिए मुजफ्फरपुर रेल एसपी कुमार आशीष की पहल पर रेल पुलिस पाठशाला की शुरुआत की गई है।
इस अनोखी पहल में विभिन्न प्लेटफार्म भटकने वाले लावारिस और जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है। कहा जा रहा है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रेल पुलिस मुजफ्फरपुर ने करीब दो दर्जन बच्चों को अज्ञानता और संभावित अपराध की दुनिया से आज़ादी देने की कोशिश की है।
इस पाठशाला के उद्घाटन के बाद रेल एसपी खुद बच्चों को पढ़ाने में जुटे हुए हैं। छोटे-छोटे बच्चों को उन्होंने ए बी सी डी सिखाया। उन्होंने बताया कि लावारिस भटक रहे बच्चों की सबसे पहले सूची तैयार की गई, जिसके बाद सभी को बैग, किताब, कॉपी, स्लेट, पेंसिल, पेन इत्यादि दिया गया है।
कुछ दिन लगातार इनको पढ़ाने के बाद नजदीकी सरकारी स्कूलों में इनका बाकायदा नामांकन करवा दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि रेल पुलिस पाठशाला भी स्कूल के समय बाद के समय में चलती रहेगी ताकि उन्हें शेष बच्चों के समकक्ष बनाया जा सके। लोगों ने बच्चों की हौसला-अफजाई की और रेल एसपी ने मार्गदर्शन करते हुए कहा की कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता, अगर ठान लें तो इन बच्चों में भी हुनर और काबिलियत है।
उल्लेखनीय है कि सामुदायिक पुलिसिंग के तहत वर्तमान रेल एसपी ने ऐसे कई प्रयोग पूर्व में विभिन्न जिलों में एसपी के रूप में किये हैं, जिनसे अपराध नियंत्रण और बेहतर समाज की अवधारणा को लगातार बल मिला है।
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