नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित यूपीएससी कोचिंग सेंटर में पानी भरने से छात्रों की हुई मौत के मामले में सियासत तेज हो गई है। सड़क से लेकर संसद तक छात्रों की मौत का मामला गरमाया हुआ है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने मृतक छात्रों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की है। अखिलेश यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नाम पत्र लिखकर कहा, "शून्य काल में मैंने नई दिल्ली में हुई दुर्घटना के संबंध में आपका ध्यान आकृष्ट करते हुए उल्लेख किया था कि पुराने राजेंद्र नगर में चल रहे "राव आईएएस कोचिंग सेंटर" में हुई दर्दनाक घटना में तीन प्रतियोगी छात्रों की मौत ने जनमानस को झकझोर दिया है। इस घटना से अन्य प्रतियोगी छात्रों के मन में भय व्याप्त हो गया है तथा उनके भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। आपसे अनुरोध है कि सरकार को निर्देश दिया जाए कि मृतक छात्रों के परिजनों को एक-एक करोड़ रूपये की मुआवजा राशि सरकार द्वारा प्रदान की जाए। साथ ही इस घटना की जिम्मेदारी तय कर सरकार अविलंब कठोर कार्रवाई करे।"
दरअसल, दिल्ली में शनिवार शाम हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। राजेंद्र नगर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राव आईएएस कोचिंग के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वहीं, सोमवार को एमसीडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया। दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर अश्वनी कुमार ने स्थानीय असिस्टेंट इंजीनियर को निलंबित कर दिया है, जबकि जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त किया है। निलंबित किए गए असिस्टेंट इंजीनियर का नाम विश्राम मीणा और बर्खास्त जूनियर इंजीनियर का नाम विष्णु मित्तल है। इस हादसे में एमसीडी की यह पहली कार्रवाई है। दिल्ली पुलिस कोचिंग हादसे में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
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