ग्रेटर नोएडा, 17 जुलाई (आईएएनएस)। "भाई लोग मेरा अब कोई नहीं है, हम जा रहे हैं सुसाइड करने। बाय-बाय फॉरएवर पापा-मम्मी"। अपने इंस्टाग्राम पर यह पोस्ट डालकर एक कंप्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर के स्टूडेंट ने आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन, छात्र को पुलिस ने बचा लिया। उसकी काउंसलिंग कर उसे माता-पिता के सुपुर्द किया गया। दरअसल, जैसे ही छात्र ने आत्महत्या करने से पहले अपना एक फोटो इंस्टाग्राम पर डाला। उसका ये मैसेज तुरंत कई वॉट्सएप ग्रुप में चलने लगा। पुलिस ने जब उसकी लोकेशन चेक की तो ग्रेटर नोएडा की निकली। जिसके बाद लोकल पुलिस को फोन किया गया और पुलिस उसे ढूंढने में लग गई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 16 जुलाई को इंस्टाग्राम पर एक युवक ने सुसाइड करने संबंधी पोस्ट की। जिसकी सूचना व्हॉट्सऐप ग्रुप में भी शेयर की गई। जिस पर मीडिया सेल (NS:SAIL) द्वारा मिली सूचना के आधार पर तत्काल संबंधित थाना प्रभारी बिसरख को जानकारी दी गई। बिसरख पुलिस द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से जानकारी प्राप्त करने पर युवक की लोकेशन थाना दनकौर क्षेत्र में मिली।
थाना बिसरख पुलिस द्वारा तत्काल उक्त युवक के सम्बन्ध में थाना दनकौर पुलिस को सूचना और जानकारी साझा की गई। सूचना प्राप्त होते ही थाना दनकौर पुलिस ने प्राप्त लोकेशन पर अविलंब पंहुचकर युवक को खोज निकाला और थाना दनकौर प्रभारी द्वारा उक्त युवक से बातचीत करते हुए उसकी काउंसलिंग की गई। पुलिस की कोशिश से युवक शांत हुआ और भविष्य में ऐसे कदम नहीं उठाने की बात कही।
थाना प्रभारी दनकौर द्वारा उससे आत्महत्या के प्रयास का कारण पूछने पर उसने बताया कि परिवार वाले उसके भाई को ज्यादा प्यार व सम्मान करते हैं और मुझे प्यार नहीं करते। इसी बात को लेकर वह अपने परिजनों से नाराज हो गया था। वो मानसिक रूप से परेशान व कुंठित भी हो गया था।
युवक मूल रूप से भागलपुर (बिहार) का रहने वाला है और गलगोटिया विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस के द्वितीय वर्ष का छात्र है। युवक ने पंखे के ऊपर बेडशीट डालकर फोटो खींची और अपने परिवार वालों को भी सेंड कर दिया। उसने इंस्टाग्राम पर भी फोटो पोस्ट कर दिया था। युवक के चचेरे भाई एवं परिवार के लोग ग्रेटर नोएडा अल्फा वन में रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले ही युवक ने यमुना गौर सिटी के टावर नंबर एफ बिसरख में किराए पर रूम लिया था।
--आईएएनएस
पीकेटी/एबीएम