🤑 इससे ज़्यादा किफ़ायती कुछ नहीं है। ब्लैक फ्राइडे पर 60% की छूट का लाभ उठाएँ, इससे पहले कि यह खत्म हो जाए…सेल को क्लेम करें

अकाली दल ने राज्यपाल से कहा, एसवाईएल नहर मुद्दे पर हितों से 'समझौता' करने वाली पंजाब सरकार को बर्खास्त करें

प्रकाशित 07/10/2023, 02:20 am
अकाली दल ने राज्यपाल से कहा, एसवाईएल नहर मुद्दे पर हितों से 'समझौता' करने वाली पंजाब सरकार को बर्खास्त करें

चंडीगढ़, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से सुप्रीम कोर्ट में सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर मामले का बचाव करते समय राज्य के हितों से समझौता करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने का आग्रह किया।पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।

इसमें बताया गया कि मुख्यमंत्री ने किस तरह सीएम केजरीवाल के कहने पर सुप्रीम कोर्ट में पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा है, जो राइपेरियन सिद्धांत का सीधा उल्लंघन करते हुए पंजाब का पानी हरियाणा और राजस्थान को देने पर अड़े हैं।

बादल ने यह भी कहा कि पार्टी पानी की एक बूंद भी पंजाब से बाहर नहीं जाने देगी। राज्य में कोई एसवाईएल नहर नहीं है, जिस जमीन पर नहर खड़ी थी उसे 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने किसानों को वापस हस्तांतरित कर दिया था। न नहर बनेगी, न ही हमारे पास देने को पानी है।

सुखबीर बादल ने यह भी कहा कि राज्य में सत्ता संभालने के बाद पार्टी सभी जल बंटवारा समझौते खत्म कर देगी। हम राजस्थान में पानी जानें से रोकेंगे।

उन्होंने राज्यपाल से यह भी अपील की है कि वे केंद्र सरकार को एसवाईएल नहर मुद्दे पर पंजाब के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय को सुधारने के लिए संसद में कानून लाने की सिफारिश करें। इसे राइपेरियन सिद्धांत के तहत सुलझाएं, जिसके तहत पंजाब को अपने क्षेत्र में बहने वाले पानी पर अविभाज्य अधिकार प्राप्त है।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल बिक्रम सिंह मजीठिया, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, डॉ. सुखविंदर कुमार और अनिल जोशी ने राज्यपाल से कहा कि पंजाब से पानी हरियाणा तक पहुंचाने के इरादे से केंद्र सरकार की ओर से जबरन सर्वे कराने के प्रयास से पंजाब में किसानों का गुस्सा फूटने की संभावना है, जिसे रोकना बेहद मुश्किल होगा। यह कदम संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में शांति के अनुकूल भी नहीं होगा। ऐसा लगता है कि राज्य सरकार पंजाब के मामले में ठोस बहस करने में विफल रही है।

प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रीम कोर्ट में आप सरकार के विश्वासघात को भी उजागर किया, जिसमें उसने एसवाईएल नहर के निर्माण की इच्छा व्यक्त की थी। लेकिन विपक्षी दलों के दबाव के साथ-साथ नहर के लिए भूमि अधिग्रहण में कठिनाइयों के कारण, जिसे पूर्ववर्ती शिरोमणि अकाली दल सरकार ने किसानों को वापस कर दिया था।

प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि कैसे दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने घोषणा की थी कि हरियाणा और दिल्ली को एसवाईएल नहर के माध्यम से पानी दिया जाना चाहिए, और कैसे दिल्ली सरकार ने अप्रैल 2016 में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि हरियाणा और दिल्ली दोनों को एसवाईएल नहर से उनके हिस्से का पानी दिया जाना चाहिए।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित