गाजा, 2 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि लगातार इजरायली हवाई हमलों और ईंधन की भारी कमी के कारण हमास-नियंत्रित क्षेत्र के कुल 32 अस्पतालों में से 16 अस्पताल सेवा से बाहर हैं।सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि तुर्की-फिलिस्तीनी मैत्री अस्पताल, जो गाजा में अग्रणी कैंसर अस्पताल है, ने संचालन बंद कर दिया है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री माई अल-कैला ने कहा कि अस्पताल में कम से कम 70 मरीजों की हालत गंभीर है, जबकि हमास और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण भयावह स्वास्थ्य स्थितियों के बीच लगभग 2,000 अन्य कैंसर मरीजों का जीवन भी गंभीर खतरे में है।
सोमवार को, अस्पताल के निदेशक सोभी स्काईक ने सीएनएन को बताया कि हवाई हमले के चलते फैसिलिटी का केंद्र नष्ट हो गया था, जबकि तीसरी मंजिल पर सीधा हमला हुआ है, जिससे ऑक्सीजन और पानी की आपूर्ति को नुकसान हुआ, हालांकि कोई घायल या किसी की मौत नहीं हुई है।
लेकिन इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मंगलवार को सीएनएन को बताया कि इन्होंने बिना कोई अतिरिक्त जानकारी दिए गाजा के तुर्की-फिलिस्तीनी मैत्री अस्पताल पर हमला नहीं किया।
इस बीच, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी बुधवार को अपने बयान में चेतावनी दी कि गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल अल शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स बहुत जल्द सेवा से बाहर हो सकता है।
मंत्रालय ने कहा, ''ईंधन खत्म होने के कारण अल शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स 24 घंटे से भी कम समय में काम करना बंद कर देगा।''उन्होंने आगे कहा कि फैसिलिटी के आसपास के क्षेत्र को बार-बार इजरायली हवाई हमलों से प्रभावित किया गया है।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि बुधवार की रात, अल हिलो अस्पताल कथित तौर पर गोलाबारी की चपेट में आ गया।
अस्पताल ने अल शिफा अस्पताल के प्रसूति वार्ड को अवशोषित और प्रतिस्थापित कर दिया था, जिसका उपयोग अब घायल व्यक्तियों के इलाज के लिए किया जा रहा है।
हालांकि, इजरायल ने दोहराया है कि गाजा में ईंधन की कोई कमी नहीं है।
पिछले हफ्ते, आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने सीएनएन को बताया कि हमास के नियंत्रण में गाजा के अंदर विभिन्न प्रकार के 800,000 और शायद दस लाख लीटर से अधिक ईंधन संग्रहीत है।
शुक्रवार सुबह तक, 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या 8,805 थी, जबकि 22,240 लोग घायल हुए थे।
इजरायल में 1,400 मौतें और 5,400 घायल हुए हैं।
--आईएएनएस
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