बीजिंग, 15 नवंबर (आईएएनएस)। चीन और नेपाल के बीच रिजी-नाइकिओंग पोर्ट 13 नवंबर को औपचारिक तौर पर खुल गया। यह चागंमू-कोडारी, चीलोंग-रेसोवा और फूलान-याली पोर्टों के बाद चीन और नेपाल के बीच खुलने वाल एक और भूमि पोर्ट है। रिजी-नाइकिओंग पोर्ट के खुलने से चीन और नेपाल के बीच व्यापक आदान-प्रदान और सहयोग बढ़ाया जाएगा, आर्थिक व व्यापारिक आवाजाही और लोगों के आदान-प्रदान में जीवन शक्ति का संचार होगा और विभिन्न क्षेत्रों में व्यवहारिक सहयोग की व्यापक संभावना पैदा होगी।
बताया जाता है कि रिजी पोर्ट चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाचे प्रिफेक्चर की चोंगपा काउंटी में स्थित है, जिसकी ऊंचाई समुद्र की सतह से 4,772 मीटर है। रिजी नेपाल के साथ तिब्बत का पारंपरिक व्यापार मार्ग है, जो इतिहास में चीन और नेपाल के बीच नमक और अनाज के आदान-प्रदान की जगह था।
रिजी पोर्ट का निर्माण शुरू होने से अब तक करीब 40 करोड़ युआन की पूंजी लगाई गई है। आंकड़ों के अनुसार रिजी-नाइकिओंग पोर्ट के खुलने के पहले दिन यानी 13 नवंबर को 40 टन से अधिक ईंट चाय, सूती कंबल, रजाई और अन्य सामान का निर्यात किया गया, जिनकी रकम 9 लाख युआन से अधिक रही।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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