वाशिंगटन, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिका ने विस्तारित युद्धविराम के उल्लंघन के लिए सीधे तौर पर हमास को दोषी ठहराया है, जबकि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने दुबई में जलवायु पर चल रहे शिखर सम्मेलन में गाजा के हालात पर चर्चा करने की मांग की थी कि अरब के नेताओं और अन्य देशों के प्रमुखों के के साथ इस बात पर चर्चा की जाए कि युद्ध का कैसे अंत किया जाए। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि हमास द्वारा सप्ताह भर की लड़ाई पर विराम लगाने के बाद इजरायली सैन्य बलों ने कथित तौर पर हवाई हमलों के साथ गाजा पट्टी पर बमबारी फिर से शुरू कर दी।
इजरायल ने आरोप लगाया कि हमास द्वारा इजरायल की ओर रॉकेट दागकर संघर्ष विराम का "उल्लंघन" करने के बाद उसने लड़ाई फिर से शुरू कर दी।
हमास के अधिकारियों ने इजरायलियों को दोषी ठहराते हुए कहा कि उन्होंने बुजुर्ग बंधकों को रिहा करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और साथ ही इजरायली हवाई हमलों में कथित तौर पर मारे गए तीन बंधकों के शवों पर भी दावा किया।
सप्ताहभर चले युद्धविराम में 100 से अधिक बंधकों, दो अमेरिकियों सहित सभी महिलाओं और बच्चों को हमास की कैद से मुक्त कराया गया।
एक महिला सहित सात अमेरिकी लापता हैं।
बदले में इजरायल में कैद 240 से अधिक फ़िलिस्तीनियों को रिहा कर दिया गया।
व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि हमास उन बंधकों की सूची देने में विफल रहा, जिन्हें आतंकवादी संगठन रिहा करेगा। इजरायल और हमास ने इस बारे में परस्पर विरोधी बातें कहीं।
रणनीतिक संचार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, "यह हमास के कारण है कि यह ठहराव समाप्त हुआ।"
यूएसए टुडे ने किर्बी के हवाले से कहा, "वे असमर्थ थे और बंधकों की एक सूची तैयार करने में विफल रहे, जो युद्धविराम को बढ़ाने में मदद कर सकता था।"
राष्ट्रपति जो बाइडेन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ बंधकों की रिहाई को लेकर वार्ता और युद्ध खत्म करने के प्रयासों में लगे हुए हैं।
अमेरिका विराम लगाने और अधिक बंधकों को रिहा कराने के लिए एक और बड़ा प्रयास कर रहा था। मिस्र के साथ एक अन्य अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थ कतर ने कहा कि वह युद्धविराम को नवीनीकृत करने के लिए काम कर रहा है और नए सिरे से लड़ाई पर "गहरा खेद" व्यक्त किया है।
कमला हैरिस, जो जलवायु शिखर सम्मेलन के लिए दुबई में हैं, दो सप्ताह तक चलने वाले शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अरब नेताओं और अन्य देशों के प्रमुखों के साथ युद्ध पर चर्चा करना चाहती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि कमला युद्ध जारी रहने को लेकर 'बेहद चिंतित' हैं।
--आईएएनएस
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