🥇 निवेश का पहला नियम? जानें कब बचत करनी है! ब्लैक फ्राइडे से पहले InvestingPro पर 55% तक की छूटसेल को क्लेम करें

यूके अंग्रेजी परीक्षण घोटाला: भारतीयों, अन्य विदेशी छात्रों ने अपना नाम साफ़ करने के लिए फिर कोशिश शुरू की

प्रकाशित 13/02/2024, 02:31 am
यूके अंग्रेजी परीक्षण घोटाला: भारतीयों, अन्य विदेशी छात्रों ने अपना नाम साफ़ करने के लिए फिर कोशिश शुरू की
XAU/USD
-
GC
-

लंदन, 12 फरवरी (आईएएनएस)। कई भारतीयों सहित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का एक समूह, जिनका वीजा लगभग 10 साल पहले ब्रिटेन में अंग्रेजी भाषा की परीक्षाओं में धोखाधड़ी के आरोप के बाद रद्द कर दिया गया था, मामले में अपना नाम साफ कराने के लिए नए सिरे से प्रयास कर रहे हैं।द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में अदालत में ताजा सबूत पेश किए गए हैं जो 35 हजार अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के खिलाफ गृह कार्यालय के धोखाधड़ी के आरोपों पर सवाल उठाते हैं।

बीबीसी की 2014 की डॉक्यूमेंट्री में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए ब्रिटेन के दो भाषा परीक्षण केंद्रों पर धोखाधड़ी के आरोपों की रिपोर्टिंग के बाद गृह कार्यालय ने इन छात्रों के वीजा को अचानक समाप्त कर दिया, जिससे रातों-रात देश में उनका रहना अवैध हो गया।

समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि आव्रजन प्रवर्तन टीमों द्वारा छात्रों के आवास पर सुबह छापेमारी के बाद लगभग ढाई हजार छात्रों को निर्वासित कर दिया गया।

लगभग 7,200 छात्रों ने हिरासत की धमकियों के बाद देश छोड़ दिया, जबकि हजारों लोग "त्रुटिपूर्ण साक्ष्य" का विरोध करते रहे क्योंकि वे बेघर होने, भारी कानूनी फीस और तनाव-प्रेरित बीमारियों से जूझ रहे थे।

न्यायाधीशों और वॉचडॉग की रिपोर्टों में धोखाधड़ी के सबूतों में खामियों को उजागर करने के बाद, लगभग तीन हजार 600 ने गृह कार्यालय के खिलाफ अपील जीती, जबकि उनमें से बाकी कानूनी कार्रवाई करने की बड़ी लागत के कारण ऐसा नहीं कर सके।

अब्दुल कादिर मोहम्मद (36), जिन्होंने 2010 में लंदन में व्यवसाय का अध्ययन करने के लिए भारत छोड़ दिया था, ने घोटाले में अपना नाम साफ़ करने के लिए 20 हजार पाउंड से अधिक खर्च किए, जिससे वह और उनका परिवार कर्ज में डूब गया।

अब्दुल ने द गार्जियन को बताया कि उसे "पैनिक अटैक" आते हैं और घर पर मेरे परिवार का सामना करने में शर्म महसूस होती है जो उससे पूछते हैं: "अब्दुल आप 14 साल से ब्रिटेन में रह रहे हैं। आपने क्या हासिल किया है?"

उन्होंने कहा, "...मेरे पिता अभी भी मुझसे नाराज़ हैं। उन्होंने पहले मेरी शिक्षा पर और फिर मेरा नाम साफ़ करने की कोशिश पर बहुत पैसा खर्च किया। उनकी एक छोटी सी किराने की दुकान थी और उन्होंने मेरे कॉलेज की फीस में 15 हजार पाउंड लगाने के लिए बचत की थी। मैंने 'मेरे क्रेडिट कार्ड पर 10 हजार पाउंड का कर्ज़ है। मेरी माँ ने मुझे सहारा देने के लिए अपना सोना बेच दिया...।''

हैदराबाद निवासी ने कहा कि उसे इस बात पर गुस्सा है कि पूरे मामले को किस तरह से संभाला गया, जिससे उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई।

उन्होंने द गार्जियन को बताया, "इन परीक्षाओं को पास करना आसान है; मेरे पास धोखा देने का कोई कारण नहीं था... मैं अपना नाम क्लियर करना चाहता हूं और अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहता हूं। मैं अपने दिन पार्क में बैठकर बिताता हूं, अपनी सुनवाई का बेसब्री से इंतजार करता हूं।"

छात्रों ने पिछले साल मार्च में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी संपर्क किया था और एक याचिका प्रस्तुत की थी, जिसमें उनसे अपना नाम साफ़ करने में मदद मांगी गई थी।

प्रधानमंत्री को अपनी याचिका में, छात्रों ने अपने मामले के निर्णय या पुनर्विचार के लिए आवेदन करने के लिए एक सरल, मुफ्त तंत्र का आह्वान किया।

वे यह भी चाहते थे कि धोखाधड़ी से मुक्त हुए प्रत्येक छात्र का आव्रजन रिकॉर्ड हो, उनकी पढ़ाई पर वापसी की सुविधा हो, या धोखाधड़ी के आरोपों से उत्पन्न बाधाओं को दूर करके नई नौकरी खोजने या अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करने के लिए कार्य या उद्यमी वीजा पर सहायता प्रदान की जाए।

बीबीसी की रिपोर्ट के बाद, तत्कालीन गृह सचिव थेरेसा मे ने अमेरिका स्थित परीक्षण प्रदाता, एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ईटीएस) को जांच करने के लिए कहा, जिसमें पाया गया कि 2011 और 2014 के बीच ब्रिटेन में लिए गए 97 प्रतिशत अंग्रेजी परीक्षण किसी तरह से संदिग्ध थे।

लोक लेखा समिति की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार, गृह कार्यालय ने "विदेशी छात्रों को दंडित करने में जल्दबाजी की, और यह पता लगाने की जहमत नहीं उठाई कि क्या ईटीएस धोखाधड़ी में शामिल था या उसके पास विश्वसनीय सबूत थे"।

--आईएएनएस

एकेजे/

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित