बेरूत, 6 अगस्त (आईएएनएस)। डब्लूएचओ ने मध्य पूर्व में संभावित युद्ध के खतरे के मद्देनजर 32 टन स्वास्थ्य सामग्री और दवाएं लेबनान भेजी हैं। जिससे मध्य पूर्व एशिया में किसी भी अस्थिर स्थिति में लेबनान के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं और दवाओं की किल्लत का सामना न करना पड़े। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह स्वास्थ्य सामग्री और दवाएं लेबनान पहुंच चुकी हैं। बेरूत स्थित रफीक हरीरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लेबनान के विदेश मंत्री फिरास अबियाद ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि अब्दल नसीर अबु बक्र की मौजूदगी में इन दवाओं और स्वास्थ्य सामग्री को प्राप्त किया।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक विदेश मंत्री फिरास अबियाद ने डब्ल्यूएचओ का आभार जताते हुए मध्य पूर्व एशिया में यूएन द्वारा युद्ध रोकने के लिए इजरायल पर बनाए जा रहे दबाव का शुक्रिया अदा किया।
इस दौरान अबू बक्र ने डब्ल्यूएचओ के उद्देश्य के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि लेबनान को चिकित्सा सहायता मुहैया कराने का ध्येय स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करना और संकट के दौरान दवाओं की आपूर्ति करना है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि "संगठन स्वास्थ्य क्षेत्र और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद करना आगे भी जारी रखेगा"।
30 जुलाई को बेरूत के दक्षिणी नगरों में इजरायल के हमले के बाद लेबनान अपनी धरती पर बेहद सावधानी बरत रहा है। इस हमले में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ सैन्य कमांडर फौद शोकोर के साथ सात नागरिकों की मौत हो गई थी।
हिजबुल्लाह महासचिव हसन नसरल्लाह ने उचित समय आने पर इजरायली हमले का भीषण और दर्दनाक जवाब देने की धमकी दी है।
बता दें हमास पोलित ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानिया मंगलवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित थे। वहीं पर बुधवार तड़के वह इजरायली हमले में अंगरक्षकों समेत मारे गए थे।
--आईएएनएस
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