नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश में फैली अशांति को लेकर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि 'दिल टूटा हुआ' है। देश में अशांति के बाद वह अपनी मां को गले नहीं लगा सकती।दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "अपने देश में लोगों की जान जाने से दिल टूट गया है, मैं उन्हें बहुत प्यार करती हूं।''
अपने देश की स्थिति पर दुख व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने कहा, ''वह भी बहुत दुखी हैं। इस कठिन समय में वह अपनी मां को देख नहीं सकती, गले नहीं लगा सकती।''
हालांकि, वाजेद ने कहा कि वह डब्ल्यूएचओ में क्षेत्रीय निदेशक की अपनी भूमिका जारी रखेंगी।
वाजेद ने इस साल 1 फरवरी को दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय निदेशक के रूप में पदभार संभाला था। उन्होंने 2014 में दक्षिण पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय निदेशक का पद संभालने वाली पहली महिला (भारतीय नागरिक) डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह की जगह ली थी।
इससे पहले वाजेद मानसिक स्वास्थ्य और ऑटिज्म पर डब्ल्यूएचओ महानिदेशक की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। वह मानसिक स्वास्थ्य पर डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ सलाहकार पैनल की सदस्य भी थीं।
वाजेद एक मनोवैज्ञानिक भी हैं, जो अमेरिका में राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित हैं। उनके पास क्लिनिकल साइकोलॉजी में स्नातक और मास्टर की डिग्री के साथ अमेरिका के बैरी यूनिवर्सिटी से स्कूल साइकोलॉजी में स्पेशलिस्ट की डिग्री भी है।
बांग्लादेश में नौकरी कोटा को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। आंदोलन के बाद, हसीना ने देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कथित तौर पर भारत आ गईं।
उनके इस्तीफे के बाद, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने संसद को भंग कर दिया।
बुधवार को बांग्लादेशी सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता और जाने-माने अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार गुरुवार रात को शपथ लेगी। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार में 15 सदस्यों की एक सलाहकार परिषद होगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि देश भर की स्थिति में काफी सुधार हो रहा है और अगले तीन-चार दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
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