बीजिंग, 9 अगस्त (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि केंग श्वांग ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद की 'आतंकवादी कृत्यों से अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा' विषय पर सार्वजनिक बैठक में भाषण देते हुए कहा कि आतंकवाद का मुकाबला प्रमुख शक्तियों के बीच खेल में एक उपकरण, भू-राजनीति में सौदेबाजी का साधन नहीं होना चाहिए, दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का बहाना नहीं हो सकता है। केंग श्वांग ने कहा कि वर्तमान में, आतंकवाद अभी भी अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। जटिल और गंभीर आतंकवाद-रोधी स्थिति का सामना करते हुए, सभी देशों को सामान्य सुरक्षा की अवधारणा को बरकरार रखना चाहिए, वैचारिक पूर्वाग्रह को त्यागना चाहिए, 'दोहरे मानकों' और चयनात्मक आतंकवाद-विरोध को समाप्त करना चाहिए, ताकि प्रत्येक देश का प्रभावी ढंग से सम्मान किया जा सके और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
केंग श्वांग ने कहा कि विभिन्न देशों को सहयोग मजबूत करना चाहिए, सामूहिक आतंकवाद विरोधी तंत्र के निर्माण को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना चाहिए और प्रारंभिक चेतावनी, आतंकवाद विरोधी वित्त पोषण, यात्रा प्रतिबंध, सीमा पर्यवेक्षण, खुफिया आदान-प्रदान और अन्य क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि केवल सैन्य साधनों पर निर्भर रहकर आतंकवाद को पूरी तरह से ख़त्म करना कठिन है। आतंकवाद से लड़ते समय, क्षेत्र के देशों को गरीबी उन्मूलन, शिक्षा में सुधार, रोजगार के विस्तार, अर्थव्यवस्था के विकास पर ध्यान देना चाहिए और लगातार अपने देश की राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास पथों का निरंतर अन्वेषण करना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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