त्रिपोली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। लीबिया में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएसएमआईएल) ने लीबिया के विभिन्न हिस्सों, खासकर दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में सैनिकों की तैनाती बढ़ने पर चिंता व्यक्त की है।समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मिशन ने एक बयान में सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने और उत्तेजक सैन्य कार्रवाइयों से बचने का आग्रह किया गया है, जिन्हें आक्रामक माना जा सकता है। उसने कहा है कि ऐसा करने से लीबिया में स्थिरता और उसके लोगों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
लंबे समय तक शासन करने वाले तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी को 2011 में उखाड़ फेंकने के एक दशक से भी अधिक समय बाद लीबिया राजनीतिक रूप से विभाजित है। त्रिपोली में संयुक्त राष्ट्र-मान्यता प्राप्त सरकार है जबकि पूर्वी शहर टोब्रुक में एक प्रतिद्वंद्वी प्रशासन है।
संयुक्त राष्ट्र मिशन ने पूर्वी शहर स्थित सेना और त्रिपोली स्थित राष्ट्रीय एकता सरकार से संबद्ध बलों के बीच निरंतर संचार और समन्वय का आह्वान करते हुए कहा, "हम स्थिति को नियंत्रित करने और तनाव को रोकने के लिए चल रहे प्रयासों की सराहना करते हैं।"
त्रिपोली स्थित हाई काउंसिल ऑफ स्टेट ने गुरुवार को जनरल खलीफा हफ्तार के नेतृत्व वाली पूर्वी शहर में डेरा डालने वाली सेना पर संदिग्ध सैन्य गतिविधियों का आरोप लगाया। सेना ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह नियमित सीमा गश्त थी।
बता दें कि तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी ने लीबिया पर 40 साल से ज्यादा लंबे समय तक राज किया था। साल 2011 में अरब देशों में राजनीतिक क्रांति हुई थी, जिसने गद्दाफी के शासन को हिला दिया था। इसी क्रांति के दौरान 20 अक्टूबर को एक सैन्य हमले में मुअम्मर गद्दाफी मारा गया था।
--आईएएनएस
एसएम/एकेजे