सना, 21 सितंबर (आईएएनएस)। यमन के हूती रक्षा मंत्री ने ऐलान किया कि उनका ग्रुप इजरायल के खिलाफ हमले जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक गाजा में इजरायली सैन्य ऑपरेशन रुक नहीं जाते। हूती ग्रुप के अल-मसीरा टीवी ने रक्षा मंत्री मोहम्मद नासिर अल-अतीफी के हवाले से कहा, "इजरायल और उसके समर्थकों को यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि हमारे हमले जारी रहेंगे।"
अल-अतीफी ने कहा, "हमारी जमीन या हमारे सहयोगियों पर किसी भी हमले का तीव्र और मजबूत जवाब दिया जाएगा। हम इजरायल और उसके संवेदनशील ठिकानों पर हमला करने के लिए दृढ़ हैं और तब तक नहीं रुकेंगे जब तक गाजा पर आक्रमण बंद नहीं हो जाता।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार हूती रक्षा मंत्री ने कहा कि इजरायल 'अब हमारी गोलीबारी की सीमा में है।'
इस सप्ताह की शुरुआत में, हूती ग्रुप ने 'तेल अवीव में बैलिस्टिक मिसाइल हमले' की जिम्मेदारी ली थी।
पिछले वर्ष नवंबर से हूती ग्रुप गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए लाल सागर और अदन की खाड़ी में 'इजरायल से जुड़े' जहाजों को निशाना बना रहा है। साथ ही इजरायली क्षेत्र में मिसाइल और ड्रोन से हमले कर रहा है।
इस बीच हूती विद्रोहियों ने कहा है कि उनका ग्रुप यमनी सरकार और सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ शांति समझौते के लिए तैयार है। इसके लिए हूती के सर्वोच्च राजनीतिक परिषद के प्रमुख महदी अल-मशात ने कुछ शर्तें भी रखी हैं।
अल-मशात ने कहा, "शांति प्राप्त करने का एकमात्र रास्ता है - यमनियों को वेतन देना, यमन के हवाई अड्डों और बंदरगाहों को खोलना और सभी कैदियों को रिहा करना।" उन्होंने शुक्रवार को राजधानी सना पर हूती के कब्जे की 10वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर एक टेलीविजन भाषण में यह बात कही।
अल-मशात ने कहा, "शांति की जरुरतों में मुआवजे का भुगतान, नुकसान की भरपाई और यमन गणराज्य से सभी विदेशी शक्तियों की पूर्ण वापसी भी शामिल है।"
यमन 2014 से ही विनाशकारी संघर्ष में फंसा हुआ है। 21 सितंबर, 2014 को, हूती विद्रोहियों ने कई उत्तरी प्रांतों पर कब्ज़ा कर लिया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमनी सरकार को राजधानी सना से बाहर जाना पड़ा था।
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