काहिरा/अंकारा, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल द्वारा शुक्रवार की रात ईरान पर किए गए हवाई हमले के बाद मिस्र, तुर्की और ट्यूनीशिया ने मध्य पूर्व में खतरनाक होती स्थिति पर चिंता जाहिर की है।मिस्र के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा बने और संघर्ष व तनाव बढ़ाने वाले कदमों की निंंदा की।
इस बयान में मिस्र के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि मिस्र गाजा पट्टी में युद्ध विराम के लिए मध्यस्थता कर रहा है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कैदियों और बंधकों की रिहाई ही तनाव कम करने का एकमात्र रास्ता है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, मिश्र के विदेश मंत्रालय ने इसके साथ ही लेबनान की क्षेत्रीय संप्रभुता का सम्मान करने तथा इजरायली सेना और हिजबुल्लाह के बीच दुश्मनी को तत्काल समाप्त करने के मिस्र की अपील को फिर से दोहराया।
इसके बाद तुर्की के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान जारी कर ईरान पर इजरायल के हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। साथ ही इजरायल पर इस इलाके को "व्यापक युद्ध" के कगार पर धकेलने का आरोप लगाया।
इसके साथ ट्यूनीशिया ने भी इसी चिंता को दोहराया। ट्यूनीशिया ने ईरानी क्षेत्र पर इजरायली हवाई हमलों के दुष्परिणामों की चेतावनी दी।
ट्यूनीशियाई विदेश मंत्रालय ने कहा, "यह इजरायल द्वारा फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ एक वर्ष से अधिक समय से छेड़े गए विनाशकारी युद्ध तथा लेबनान और सीरिया पर इजरायल के हमलों के अतिरिक्त है। यह क्षेत्रीय युद्ध को भड़काने का एक प्रयास है, जो इस इलाके सुरक्षा और स्थिरता को नष्ट कर देगा।"
ट्यूनीशियाई विदेश मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इलाके में हिंसा को समाप्त करने के लिए प्रयास करने की अपील की।
--आईएएनएस
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