टोक्यो, 27 अक्टूबर, (आईएएनएस)। संसदीय चुनाव जापान के पीएम शिगेरू इशिबा के लिए अच्छे संकेत नहीं दे रहे हैं। जापानी मीडिया रिपोट्स के मुताबिक शुरुआती अनुमानों के अनुसार सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) और उसके सहयोगी कोमिटो के लिए निचले सदन में बहुमत हासिल करना मुश्किल है। अगर सत्तारूढ़ एलडीपी-कोमीतो ब्लॉक निचले सदन में अपना बहुमत खो देता है, तो ऐसा 15 वर्षों में पहली बार होगा और इशिबा को सत्ता में बने रहने के लिए गठबंधन में तीसरे दल को शामिल करना होगा।यह चुनाव 'स्लश फंड घोटाले' के बाद पहला राष्ट्रव्यापी मतदान है, जिसने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को हिलाकर रख दिया था। इसकी वजह से जनता का पार्टी में विश्वास कम हुआ और इसी के चलते फुमियो किशिदा को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा।
सरकारी ब्रॉडकास्टर एनएचके के मुताबिक जापान के आम चुनाव में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। रविवार रात 8 बजे (स्थानीय समयानुसार) तक मतदान केंद्र बंद हो गए और पूर्वानुमानों से यह स्पष्ट नहीं है कि सत्तारूढ़ गठबंधन बहुमत हासिल कर सकता है या नहीं।
प्रसारक ने यह भी अनुमान लगाया कि लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी। इस बीच, एलडीपी की सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी, जापान की संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी, निश्चित रूप से बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
सामाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक एनएचके के पूर्वानुमानों से पता चला कि सत्तारूढ़ गठबंधन को प्रतिनिधि सभा में 174 से 254 सीटें मिलने का अनुमान है, जिससे गठबंधन का 233 सीटों के साधारण बहुमत का लक्ष्य अनिश्चित हो गया है।
अकेले एलडीपी के लिए, अनुमानित सीट संख्या 153 से 219 तक है, जिससे यह लगभग तय है कि पार्टी संसद के निचले सदन में पूर्ण बहुमत से चूक जाएगी। इस बीच, इसके सहयोगी कोमिटो को 21 से 35 सीटें मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के नेतृत्व वाली एलडीपी और कोमिटो को 465 सीटों वाले सदन में बहुमत बनाए रखने के लिए 233 सीटें हासिल करने की जरूरत है। एलडीपी के पास पहले 247 सीटें थीं, जो अपने दम पर बहुमत के लिए पर्याप्त थीं, जबकि कोमिटो के पास 32 सीटें थीं।
एनएचके के मुताबिक जापान की मुख्य विपक्षी पार्टी कांस्टीट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी को महत्वपूर्ण बढ़त मिलने की संभावना है। उसे 128 से 191 सीटें मिलने का अनुमान है।
--आईएएनएस
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