तेहरान, 2 नवंबर (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने अपने क्षेत्र में ईरानी दूतावासों को बंद करने के जर्मनी के फैसले की निंदा की है। जर्मनी ने यह कदम जर्मन-ईरानी दोहरी नागरिकता वाले जमशेद शर्म हद को ईरान द्वारा मृत्यूदंड देने के बाद उठाया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी द्वारा देश में तीनों ईरानी वाणिज्य दूतावासों को बंद करने के निर्णय की घोषणा के एक दिन बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में यह टिप्पणी की।
शुक्रवार को अराघची ने कहा, 'जर्मनी में ईरान के वाणिज्य दूतावासों को बंद करना उस देश में रहने वाले ईरानियों के खिलाफ प्रतिबंध है, जिनमें से अधिकांश के पास जर्मन नागरिकता भी है।'
उन्होंने आगे कहा, जर्मन सरकार ने "कई हजार ईरानी लोगों को, जो जर्मन पासपोर्ट रखते हैं, उन पर प्रतिबंध लगाए हैं।" यह प्रतिबंध एक आतंकवादी के समर्थन में लगाया गया है, जिसने 2008 में ईरान के दक्षिणी शहर शिराज में हुए एक बम धमाके में 14 निर्दोष लोगों की जान ली थी और 200 से अधिक लोगों को घायल कर दिया था।
जर्मनी के तीन शहरों - फ्रैंकफर्ट, हैम्बर्ग और म्यूनिख में स्थित ईरानी कॉन्सुलेट अब बंद हो जाएंगे। हालांकि, बर्लिन में स्थित ईरानी दूतावास खुला रहेगा।
बता दें कि इससे पहले ईरान की न्यायपालिका ने ईरानी लोगों के खिलाफ कई आतंकवादी हमलों में शामिल होने के लिए सोमवार को शर्महद को मृत्यूदंड दे दिया था।
--आईएएनएस
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